लंदन (ईएमएस)। मेगन मर्केल ने एक भारतीय परोपकारी संस्था को और ज्यादा वक्त देने का वादा किया है। इस संस्था को उन्होंने ड्यूक ऑफ ससेक्स प्रिंस हैरी के साथ हुई अपनी शाही शादी में मिले तोहफों को दान में देने के लिए चुना है। शनिवार को विंडसर कैसल के सेंट जॉर्ज चैपल में आमंत्रित 600 अतिथियों के बीच मेगन ने मुंबई के माइना महिला फाउंडेशन की संस्थापक को यह बात बताई। उन्होंने कहा कि वह महिला सशक्तीकरण के लिए काम करने वाली संस्था को ज्यादा समय देने के बारे में सोच कर रही हैं। तीन साल पहले इस संस्था की नींव रखने वाली सुहानी जलोटा ने कहा, दुल्हन से मिलना सबसे खास था। वह बेहद सरल हैं और उनसे मिलना हमेशा की तरह आसान था। उन्होंने कहा कि वह माइना और मानव हित के अन्य कार्यों को ज्यादा समय दे पाएंगी। शाही शादी में शामिल होने के लिए पहली बार विमान यात्रा करने वाली देबोरा दास और अर्चना आंब्रे ने शादी के दिन को जीवन में एक बार मिलने वाले अवसर के तौर पर बयान किया। शाही जोड़े की ओर से चुने गए गए अंतिम सात परोपकारी संगठनों में माइना महिला फाउंडेशन एकमात्र ऐसा संगठन था, जो ब्रिटेन के बाहर काम करता है।
ब्रिटेन के राजकुमार हैरी और अमेरिकी अदाकारा मेगन मर्केल शनिवार को शादी के बंधन में बंध गए। विवाह समारोह विंडसर कैसल स्थित भव्य सेंट जॉर्ज चैपल में हुआ। जोड़े ने विश्वभर से पहुंचे 600 अतिथियों की मौजूदगी में शादी की रस्में निभाईं। कैंटरबरी के आर्कबिशप ने प्रिंस हैरी और मेगन मार्कल को पति-पत्नी घोषित किया। समारोह स्थल के बाहर मौजूद भीड़ ने बड़े पर्दों पर शादी समारोह देखा और आवाज के साथ शाही जोड़े का स्वागत किया और बधाई दी। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस फिलिप और राजपरिवार के अन्य सदस्य भी इस शादी में मौजूद थे। इससे पहले घोषणा की गई थी कि 92 वर्षीय सम्राट ने जोड़े को राज परंपरा के साथ ड्यूक एंड डचेज ऑफ ससेक्स की उपाधि दी है। मेगन ने प्रिंस चार्ल्स के साथ चैपल में प्रवेश किया तो हैरी मुस्कराते दिखे। चार्ल्स ने शादी समारोह में मेगन के पिता की भूमिका निभाई, क्योंकि अमेरिकी अदाकारा के पिता थॉमस मर्केल बीमारी के चलते इस शादी में शामिल नहीं हो पाए। मेगन के परिवार से एकमात्र सदस्य के रूप में उनकी मां डोरिया रागलैंड शादी में शामिल होने पहुंचीं।