भाजपा कार्यकर्ता की अपहरण के बाद हत्या
मेरठ, 20 नवम्बर (हि.स.)। रात भाजपा कार्यकर्ता और लोहा कारोबारी सुनील गर्ग की रविवार की देर अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। व्यापारी का शव आबूनाले पर बसपा कार्यालय के पास मिलने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सूरजकुंड रोड स्थित देवीनगर निवासी लोहा व्यापारी सुनील गर्ग (60 वर्ष) लोहा की ढलाई का कारोबार करते थे। वह भाजपा और आरएसएस से जुड़े हुए थे। परिजनों के अनुसार वह रविवार शाम साढ़े 4 बजे सूरजकुंड तक जाने की बात कहकर वह घर से निकले थे और देर रात तक घर वापस नहीं पहुंचे। परिजनों ने जब उनके मोबाइल पर काॅल की तो उनका फोन आउट आॅफ रेंज मिला। देर रात तक पता न लगने पर परिजनों ने सिविल लाइन में गुमशुदगी की तहरीर दी। पुलिस व्यापारी की तलाश में जुटी थी रात साढ़े दस बजे उनकी मोटरसाइकिल यशलोक अस्पताल के बाहर पड़ी मिली। इस पर पुलिस और परिजनों ने उनकी तलाश तेज कर दी।
आधी रात को मेडिकल थाना पुलिस को आबूनाले की पटरी पर बसपा कार्यालय के पास खून से सना बोरा पड़ा होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बोरे को खोलकर देखा तो उसमें एक लाक्ष मिली। जिस पर धारदार हथियार के निशान थे। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया। सूचना पर पहुंचे सुनील के परिजनों ने उनकी पहचान की। लाश देखकर परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का कहना है कि उनका अपहरण करने के बाद हत्या की गई है। परिजनों ने किसी भी तरह की रंजिश से इन्कार किया है।
सुबह किया था भाजपा का प्रचार
सुनील गर्ग इस समय निकाय चुनावों में भाजपा का प्रचार करने में जुटे थे। दिन में भी उन्होंने भाजपा प्रत्याशी कांता कर्दम के पक्ष में प्रचार अभियान में भाग लिया था और रात में यह हादसा हो गया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। एसपी सिटी मानसिंह ने सोमवार को बताया कि मृतक के चेहरे पर धारदार हथियार से वार के निशान हैं। सुनील गर्ग की मोटरसाइकिल एक हॉस्पिटल की पार्किंग में मिली है, जबकि शव मेडिकल थाना इलाके में नाले के पास मिला है। सीसीटीवी फुटेज चेक किए जा रहे हैं। सुनील गर्ग लोहे का कारोबार करते हैं। उन्होंने कुछ लोगों को उधार में सरिया दिया था। पुलिस रंजिश और कारोबार में पैसों के लेन-देन को लेकर जांच कर रही है।