ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट से कर्मचारी गिरफ्तार , पाकिस्तान को गुप्त सुचनाए देने का आरोप
नई दिल्ली : सुरक्षा के मामले में सोमवार को भारतीय एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है. उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने सोमवार को महाराष्ट्र के नागपुर से एक DRDO कर्मचारी निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. इस कर्मचारी पर सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को देने का आरोप है. ये कर्मचारी भारत के अति महत्वपूर्ण मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान और अमेरिका को दे रहा था.
बता दें कि नागपुर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की ब्रह्मोस यूनिट में निशांत अग्रवाल कार्यरत था. सोमवार सुबह ही वहां पर यूपी एटीएस और इंटेलिजेंस मिलिट्री दिल्ली की तरफ से रेड डाली गई थी.
निशांत अग्रवाल पर आरोप है कि उसने ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल से जुड़ी टेक्निकल जानकारी अमेरिकी और पाकिस्तानी एजेंसी के साथ साझा की है. निशांत अग्रवाल उत्तराखंड के रहने वाला हैं और पिछले 4 साल से DRDO की नागपुर यूनिट में काम कर रहा हैं.
पिछले 4 वर्षों से स्थानीय उज्जवल नगर में मनोहर काले के घर में निशांत अग्रवाल रह रहा था, तथा पिछले मार्च महीने में ही निशांत की शादी हुई है मकान मालिक मनोहर काले ने इस बात की पुष्टि की है कि वह पिछले 4 सालों से उन्हीं के घर में किराए से रह रहा था, लेकिन उसका जो व्यवहार वह बेहद सामान्य रहा है, छुपे तौर पर देश के साथ गद्दारी किए जाने का मामला जिसकी भनक भी मकान मालिक को नहीं लगी जिससे माकन मालिक भी हैरान हैं ।
इससे पहले रविवार रात को भी इसी टीम ने कानपुर से एक महिला को गिरफ्तार किया था. हालांकि, उसके पास से कुछ नहीं मिला था.
ये हैं ब्रह्मोस की खासियतें…
- ब्रह्मोस कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है इसलिए रडार की पकड़ में नहीं आती.
- भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर ब्रह्मोस का नाम रखा गया है. ये इस लिए कि इसे DRDO ने भारत-रूस के ज्वाइंट वेंचर के तौर पर डेवलप किया.
- ब्रह्मोस 3700 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 290 किलोमीटर तक के ठिकानों पर अटैक कर सकती है.