पटना, सनाउल हक़ चंचल, स्टेट हेड
बेगूसराय। बुधवार की शाम बेगुसराय पुलिस लाइन में आज उस समय अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया जब लाइन में पदस्थापित एक सिपाही ने सार्जेंट मेजर सह पुलिस उपाधीक्षक पर गोली चला दी।हालांकि सिपाही की फायरिंग में सार्जेंट मेजर बाल-बाल बच गए है।घटना से संबंधित मिली जानकारी के मुताबिक बेगुसराय पुलिस लाइन में पदस्थापित ज़िला पुलिस का जवान सिपाही नम्बर-863, 50 वर्षिय गौरी शंकर प्रसाद सिंह को 11 मार्च को अररिया में होने वाले लोकसभा के उप चुनाव में ड्यूटी के लिए जैसे ही सार्जेंट मेजर सह डीएसपी दिनेश प्रसाद सिंह ने अररिया के लिए राइफल देकर कमान सिपाही ने कहा मुझे पिस्टल या कारबाइन चाहिए तो मैं जाऊंगा।
इसी बात को लेकर सिपाही और मेजर पुलिस उपाधीक्षक का गुस्सा फूट पड़ा और सार्जेंट मेजर पर जान लेवा फायरिंग कर दिया। जिस में मेजर बाल बाल बच गए। जिस के बाद सनकी सिपाही दूसरी गोली चलता लाइन में मौजूद दर्जनों सिपाही ने सनकी सिपाही को पकड़ का हाथ पैर बांध दिया।और मेडिकल चेकअप के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां सनकी सिपाही शराब के नशे में है या नही डॉक्टर जांच कर रहे है।वही सदर अस्पताल में मौजूद ए एस पी मिथलेश कुमार और पुलिस अफसर ,पुलिस जवान फि अल्हाल घटना से संबंधित कुछ भी बताने से इनकार कर दिया और कहा कि मामले की जांच की जारही है।वहीं हाथ और पैर बंधा सनकी सिपाही गौरी शंकर सिंह ने बताया की पिछले कई दिनों से वह डिप्रेशन का शिकार है और रह-रह कर बेहोश होरहा है ।बावजूद यह जानते हुए अररिया चुनाव डियूटी में भेजा जारहा है और सर्जेंट मेजर ने ज़बरदस्ती कमान थमा दिया।मैन सार्जेंट मेजर पर गोली नही चलाई जबकि खुद को गोली मारने के लिए फायर किया था।एस पी आदित्य कुमार ने बताया कि सनकी सिपाही बांका ज़िला के विष्णुपुर गांव का रहने वाला है।
वहीं आज़ाद ज़राए ने बताया कि सनकी सिपाही गौरी शंकर सिंह रायफल ड्यूटी नही करना चाह रहा था और वह कारबाईन या पिस्टल ड्यूटी देने की मांग कर रहा था और सार्जेंट मेजर ने सनकी सिपाही की मांग खारिज कर दी जिससे नाराज़ सिपाही ने सार्जेंट मेजर पर जान लेवा फायरिंग कर दी।वहीं दूसरी तरफ जैसे ही पुलिस लाइन में सिपाही के ज़रिया फायरिंग किये जाने की खबर फैली पुलिस महकमा के आला अधिकारियों में हड़कंप मच गई। एसपी समेत कई आला अफसरान पुलिस लाइन पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी है ।