बुजुर्गों और दिव्यांगों को अब बैंक आने की जरूरत नहीं , RBI ने लिया है ये फैसला
पटना, सनाउल हक़ चंचल-
पटना:बैंकों में जब भी जाएं तो ग्राहकों की भीड़ से सामना तो हो ही जाता है. लिहाजा लम्बी कतार में खड़े होकर पैसे की निकासी या जमा करने के अलावा और दूसरा कोई चारा नहीं रहता है. अगर आप युवा हैं तो फिरे ठीक है लेकिन उन बुजुर्गों की हालत ख़राब हो जाती है जिन्हें इस भीड़ में बैंकिंग कार्य के लिए खड़ा रहना पड़ जाता है. अब इनके लिए रिज़र्व बैंक ने एक बड़ा फैसला लिया है.
कहा गया है कि सत्तर साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों, दृष्टि बाधित व्यक्तियों और दिव्यांगों को बुनियादी बैंकिंग सुविधाएं उनके घर पर पहुंचाई जाएं. रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने गुरुवार को एक अधिसूचना जारी कर बैंकों को यह निर्देश दिया है.
इस अधिसूचना में कहा गया है कि बैंकों को यह सेवा 31 दिसंबर तक शुरू करनी होगी. इन अशक्त लोगों को नकदी, चेक या पैसे के लेनदेन की सुविधा बैंक उनके निवास स्थान तक पहुंचाएंगे. अधिसूचना जारी करते हुए आरबीआइ ने कहा कि कई बार देखा गया है कि बैंक शाखाओं में ऐसे लोगों को हतोत्साहित किया जाता है. इनकी परेशानी को देखते हुए ही केंद्रीय बैंक ने बैंकों से ऐसे सभी ग्राहकों के लिए आधारभूत बैंकिंग सुविधाएं उनके घर तक पहुंचाने को कहा है.
अक्सर बैंकों में इतनी जगह नहीं होती है कि हर बुजुर्ग या दिव्यांग को वहां सभी सुविधा मिल सके. सीमित जगहों में बैठने की समस्या से भी दो चार होना पड़ता है. अगर शाखा में धक्का-मुक्की हुई तो इसके भी शिकार बुजुर्ग हो जाते हैं. अक्सर पेंशन निकासी या अन्य लेन देन के लिए बुजुर्गों को बैंक आना पड़ता है. ऐसी स्थिति को देखते हुए रिज़र्व बैंक ने यह आदेश दिया है की उन्हें कष्ट न हो इसके लिए आप उनके घर पर जाएं.