पटना, सनाउल हक़ चंचल-
स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम सुस्त, नहीं हो रही फॉगिंग
डीएम ने की समीक्षा बैठक, कहा-हर दिन करें मॉनीटरिंग
तीनों बड़े अस्पतालों को प्लेटलेट्स की उपलब्धता की जानकारी सार्वजनिक करने का निर्देश
पटना : खबर डेंगू एवं चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम संजीदा नहीं दिख रहा है. यही कारण है कि सभी प्रभावित क्षेत्रों में नियमित फाॅगिंग नहीं हो रही है. लिहाजा लोगों में डेंगू को लेकर डर बढ़ता जा रहा है. पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस के निदेशक, अधीक्षक, निगम आयुक्त, एसडीओ, पटना सदर एवं पटना सिटी, सहित नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी डेंगू व चिकनगुनिया की रोकथाम के लए कार्य योजना बना कर काम करें और नियमित समीक्षा करें.
ये बातें समाहरणालय कक्ष में नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने कहीं. उन्होंने कहा कि निगम के प्रत्येक वार्ड में स्वास्थ्य कर्मी की प्रतिनियुक्ति करने के लिए सिविल सर्जन त्वरित कार्रवाई करें, ताकि डेंगू से प्रभावित लोगों का समुचित उपचार हो. निगम के द्वारा हर प्रभावित इलाके में टीम बनाकर फॉगिंग किया जाये, वर्ना संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी.
डीएम ने कहा डेंगू व चिकनगुनिया के मरीज इलाज, जांच के लिए पहुंचें तो उनका इलाज प्राथमिकता के आधार पर करें. ऐसे करें काम कि मरीज डेंगू से उबरे शहर के तीनों महत्वपूर्ण अस्पताल के अधीक्षक अस्पताल में आने वाले डेंगू के मरीजों की काउंसेलिंग करें, ताकि किसी भी इलाके में पैनिक एवं घबराहट की स्थिति नहीं बने. तीनों अस्पताल अपने बेवसाइट अपडेट करते हुए दैनिक रूप से रक्त एवं प्लेटलेट्स की उपलब्धता के संबंध में जानकारी सार्वजनिक करें, ताकि लोग बीमारी का इलाज आराम से करा सकें. अस्पतालों में टेस्ट के किट तथा डेंगू की दवा एवं प्लेटलेट्स तथा रक्त की कोई कमी नहीं है, जिसकी जानकारी हर मरीजों तक पहुंचे, इसके लिए अस्पताल अपने स्तर से परिसर में प्रचार-प्रसार कराये.
एंटी लार्वा स्प्रे का करें छिड़काव
नगर आयुक्त दो शिफ्टों में दसों फॉगिंग मशीन चलाते हुए प्रभावित क्षेत्र में नियमित फाॅगिंग सुनिश्चित करें और काम में लापरवाही करने वाले कर्मी व अधिकारियों पर कार्रवाई करें.
स्वास्थ्य विभाग के स्तर से एंटी लार्वा स्प्रे का उपयोग सभी प्रभावित क्षेत्रों के वैसे स्थलों पर सुनिश्चित करें जहां जल जमाव है. पदाधिकारी किसी भी स्थल पर स्प्रे करने के पूर्व जन प्रतिनिधियों एवं लोगों से निश्चित रूप से विमर्श करें.