बिहार : बस में जिंदा जले 8 यात्रियों में से 3 की पहचान…
पटना, सनाउल हक़ चंचल-26 मई :यात्री बस में आठ लोगों के जिंदा जलने की घटना के लगभग 17 घंटे होने को है, लेकिन लोग अब भी दहशत में है. पीड़ित परिवारों की स्थिति तो और भी भयावह है. वे दुखों से उबर नहीं पा रहे हैं. यही वजह है कि शुक्रवार की सुबह से ही नालंदा के हरनौत स्थित घटनास्थल पर लोग जुटने लगे हैं. जली हुई बस की भयावह दृश्य देख कर हर कोई विस्मय की स्थिति में है.
गौरतलब है कि पटना से शेखपुरा जा रही बस में गुरुवार की शाम लगभग पौने छह बजे आग लग गयी थी. आग इतनी भयावह थी कि इसमें आठ लोग बस में जिंदा जल गये, वहीं दर्जन भर से अधिक लोग झुलस गये थे. इतना ही नहीं, जले हुए लोगों के सिर्फ कंकाल ही बचे थे. यूं कहें कि पांच मिनट में बस धू-धू कर जल गयी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार किसी भी कंकाल या शव को पहचानना मुश्किल था. सूत्रों की मानें तो बाद में चार लोगों की पुष्टि हुई है.
जानकारी के अनुसार मरनेवालों में शेखपुरा जिले के पैन डिहरी गांव का भोला पासवान (42), कसार थाना क्षेत्र के दतुआरा गांव की मालती देवी और जयराम यादव की पहचान हुई है. तीनों शवों को एम्बुलेंस से देर रात लगभग एक बजे शेखपुरा भेजा गया है. शव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया. वहीं अन्य शवों की पहचान के लिए प्रशासन की ओर से प्रयास किया जा रहा है. उधर सरकार की ओर से सभी मृतकों के आश्रितों को चार चार लाख मुआवजा में देने की घोषाणा कर दी गयी है.
उधर नालंदा डीएम डॉ त्याग राजन एसएम की मानें तो बाबा रथ बस सर्विस के मालिक पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बस में सुरक्षा मानक का ध्यान नहीं रखते हुए बस में फल पकाने वाले कार्बाइड से भरे पांच छह बोरों को लादा गया था. कार्बाइड वाले सभी बोरे इंजन के पास ही रख दिया गया था. यही घटना का मुख्य कारण बना. कार्बाइड भरा बोरा पटना के खुसरूपुर के पास बस में चढ़ाया गया था. प्रशासन की स्तर पर बारीकी से जांच की जा रही है. दोषियों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाएगा।