बहुमत साबित करने के लिए शशिकला की गवर्नर को चिट्ठी , मांगा समय.
Tamilnadu.चेन्नई, 11 फरवरी= तमिलनाडु की राजनीति में मची उठा-पटक के बीच शशिकला ने राज्यपाल सी. विद्यासागर राव को एक पत्र लिखा है। शशिकला ने राज्यपाल से बहुमत साबित करने के लिए समय मांगा है।
शशिकला ने गवर्नर को लिखी चिट्ठी में शपथ ग्रहण समारोह में होने वाली देरी पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने राज्यपाल का ध्यान इस बात पर भी दिलाया कि पन्नीरसेल्वम को इस्तीफा दिये एक सप्ताह बीत गया है, अत: संविधान की संप्रभुता व प्रजातंत्र की रक्षा एवं राज्य में लिए आवश्यक पहल किए जाने चाहिए। शशिकला ने राज्यपाल से अपने समर्थक विधायकों के साथ फिर से मिलने का समय मांगा है। उन्होंने अम्मा यानी जयललिता की राह पर चलने और उनकी तरह संघर्ष करने की बात कही है। मालूम हो कि दो दिन पहले शशिकला ने राज्यपाल से भेंट कर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
बताते चलें कि शशिकला के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला लंबित है। सुप्रीम कोर्ट में चल रहे शशिकला के खिलाफ इस मामल के चलते राज्यपाल शशिकला को सरकार गठन के लिए नहीं बुला सकते हैं। राजभवन के पीआरओ ने बताया है कि राज्यपाल विद्यासागर राव ने गृह मंत्रालय को भी रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
दूसरी तरफ, एक बार फिर तमिलनाडु के सत्ता संघर्ष के समीकरण बदल रहे हैं। अब अन्नाद्रमुक पार्टी के कुछ मंत्रियों ने पाला बदलने के संकेत दिए हैं। ऐसे में तमिलनाडु के राज्य मंत्री के. पांडियाराजन ने पन्नीरसेल्वम के समर्थन में उतर आये हैं। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी पार्टी की एकता बनाए रखने के लिए पन्नीरसेल्वम को समर्थन दिया है। इसके अलावा, सांसद वी. मैत्रेयन ने भी पन्नीरसेल्वम का पक्ष लेते हुए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से अपील की कि वो तमिलनाडु को उन ताकतों से बचाये जो कानून व्यवस्था अपने हाथ में ले ली है। ऐसे में लगातार बढ़ रहे समर्थन के बीच पन्नीरसेल्वम ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जिन्हें तमिलनाडु के लोगों की फिक्र है वे हमारे साथ आएंगे।
वहीं, मंत्री-नेताओं के पार्टी से इतर हटने के मुद्दे पर शशिकला ने स्पष्ट किया कि अम्मा (जयललिता) मेरे पीछे बहुत से समर्थक छोड़ गई हैं। अम्मा ने मुझे पार्टी के डेढ़ करोड़ भाई-बहन दिए हैं। जब तक वे मेरे साथ हैं, लोगों के दुष्टतापूर्ण इरादे मुझे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकते।