नई दिल्ली, 26 जनवरी= कांग्रेस पार्टी में भले राहुल गांधी ने अभी कमान नहीं संभाली है, लेकिन संगठन में बड़े बदलाव की चर्चा शुरू हो गई है। सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश का चुनाव खत्म होते ही राहुल गांधी अपनी टीम बनाएंगे।
हालांकि इसकी एक झलक 26 जनवरी को भी देखने को मिली जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने देशवासियों के नाम संदेश जारी किया। सूत्रों के अनुसार पार्टी संगठन में कई बड़े बदलाव होंगे। पार्टी के आधे महासचिवों को हटाकर नए व युवा नेताओं को मौका दिया जा सकता है। हालांकि पार्टी की संसदीय टीम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। संसद में पार्टी के नेता अपने पद पर बने रहेंगे।
राज्यसभा में पार्टी के नेता गुलाम नबी आजाद और उपनेता आनंद शर्मा हैं। पहले कहा जा रहा था कि पी चिदंबरम के राज्यसभा में चुने जाने के बाद इसमें बदलाव होगा। लेकिन अब बताया जा रहा है कि राहुल गांधी को आजाद और आनंद शर्मा दोनों पर भरोसा है। पार्टी के कामकाज और प्रदर्शनों, आंदोलनों में भी इन दोनों नेताओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है। कहा जा रहा है कि बदलाव की एक ही स्थिति बनेगी, अगर कांग्रेस आनंद शर्मा को हिमाचल प्रदेश के चुनाव में भेजने का फैसला करे। इसकी संभावना अभी नहीं दिख रही है।
लोकसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस संसदीय दल के नेता हैं। वे भी अपने पद पर बने रहेंगे। अगले साल कर्नाटक में चुनाव होने वाला है। इसलिए भी कांग्रेस नेता खड़गे को बदलने के बारे में नहीं सोच सकते हैं। यह जरूर है कि पार्टी नया उपनेता नियुक्त करेगी क्योंकि पार्टी के उपनेता कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है। अमरिंदर सिंह की जगह लेने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम की चर्चा हो रही थी। वे पार्टी के मुख्य सचेतक हैं। लेकिन अभी उन्हें उपनेता बनाने में कई पेंच हैं। कहा जा रहा है कि उनको प्रदेश अध्यक्ष बना कर मध्य प्रदेश भी भेजा जा सकता है।