बसन्त पंचमी : स्नान-दान करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी.
इलाहाबाद, 01 फरवरी= माघमेला के चतुर्थ स्नान बसन्त पंचमी पर्व पर पुण्य अर्जित करने वाले श्रद्धालुओं का आगमन मंगलवार से ही शुरू हो गया है। जानकारों का कहना है कि बसन्त पंचमी पर्व का शुभ मुहूर्त बुधवार की भोर तीन बजकर 26 मिनट से लगकर रात्रि नौ बजकर 50 मिनट तक है।
विद्वानों की माने तो बुधवार की सुबह सात बजकर 50 मिनट तक शिव योग है और उसके बाद सिद्ध योग लग जाएगा। मीन राशि में शुक्र, मंगल व चंद्रमा का संचरण होने से त्रिग्रहीय योग का अद्भुत संयोग बन रहा है। इसमें स्नान-दान करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी। पं. देवकी प्रसाद मिश्र का कहना है कि सुबह सवा दस बजे तक डुबकी लगाकर विशेष पुण्य अर्जित कर सकते हैं क्योंकि इस समय तक मीन लगन रहेगी, मीन जल राशि है जिसमें शुक्र उच्च हैं। इस समयावधि में स्नान करना अश्वमेध यज्ञ करने के समान है।
ज्योतिर्विद अविनाश राय का कहना है कि बसंत पंचमी पर मॉ सरस्वती का प्राकट्य होने के कारण इस तिथि पर डुबकी लगाने मात्र से अंदर का अज्ञान दूर होता है और स्नान के बाद दान व मॉं सरस्वती का पूजन करना आवश्यक है। इस पर्व पर बच्चों का नामकरण, विवाह, भवन आदि शुभ कार्यों का सबसे पावन अवसर है।
बसन्त पंचमी के अवसर पर पुण्य अर्जित करने के लिए आज भोर से ही श्रद्धालुओं का डुबकी लगाना शुरू हो गया है। इसके लिए प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है। स्नान को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन ने अपना रूट मार्ग तैयार कर लिया है और भीड़ पर काबू पाने के लिए पूरी योजना बनाई है।