बंगाल में कई स्थानों पर हिंसा, बम विस्फोट में पुलिस अधीक्षक का हाथ उड़ा
कोलकाता (ईएमएस)। रामनवमी पर जुलूस को लेकर पश्चिम बंगाल में दूसरे दिन भी मुर्शिदाबाद और बर्द्धमान जिलों में हिंदूवादी संगठनों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं। झड़पों के बीच हुए बम विस्फोट से एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का हाथ उड़ गया। इससे पूर्व, पुरुलिया में जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि भाजपा समर्थकों ने पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर सरकारी प्रतिबंध की अनदेखी करते हुए सशस्त्र रैली निकाली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को निर्देश दिया कि वह उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे जो रामनवमी जुलूस के दौरान तलवार और अन्य हथियार लेकर चल रहे थे।
मुर्शिदाबाद के कंडी इलाके में सोमवार को उस समय संघर्ष हुआ, जब रामनवमी की रैली में हिस्सा लेने वाले, कथित तौर पर तलवार और त्रिशूल से लैस लोगों ने पुलिस थाना में घुसने का प्रयास किया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस घटना में पुलिस के साथ झड़प में कम से कम 10 लोग घायल हुए। इस दौरान कुछ लोगों ने थाना और बाहर खड़े वाहनों पर पथराव किया। जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज किया। भाजपा नेता सुभाष मंडल ने हालांकि हंगामे के लिए तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हंगामा करने के लिए तृणमूल के उपद्रवी रैली में शामिल हो गए। उनके आरोपों का खंडन करते हुए तृणमूल विधायक अपूरबो सरकार ने कहा कि भाजपा और विहिप इलाके में शांति भंग करने का प्रयास कर रही है।
पश्चिमी बर्द्धमान जिले के रानीगंज इलाके में दो पुलिस अधिकारी उस समय गंभीर रूप से घायल हो गए, जब एक रैली के दौरान दो समूहों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि रामनवमी जुलूस ने कथित तौर पर इस इलाके में घुसने का प्रयास किया, जहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। संघर्ष के दौरान इलाके में एक मंदिर पर भी हमला किया गया। प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए बम विस्फोट में आसनसोल-दुर्गापुर के पुलिस उपायुक्त का एक हाथ उड़ गया।