फरार इनामी बदमाश हुआ गिरफ्तार
मऊ, 08 अप्रैल = जनपद की स्वाट टीम, सर्विलांस टीम और मधुबन पुलिस को शनिवार को तब एक बड़ी सफलता मिली। जब उन्होंने विगत छह वर्षों से फरार चल रहे 12 हजार के एक इनामी बदमाश को गिरफ्तार करने में सफलता पा लिया।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शनिवार को क्षेत्राधिकारी सदर पंकज कुमार सिंह ने गिरफ्तार बदमाश और उसके तीन साथियों को प्रेस प्रतिनिधियों के सामने पेश किया।
उन्होंने बताया कि 12 हजार का इनामी शातिर अपराधी रमेश उर्फ पप्पू यादव पुत्र रामसुधार यादव निवासी वलीदपुर टड़वा थाना मुहम्मदाबाद गोहना को उसके ही गांव के रहने वाले उसके साथी मोहम्मद आरिफ पुत्र मोहम्मद सुल्तान के साथ गिरफ्तार किया गया है। रमेश यादव ने बताया कि उसने अपना पहला जुर्म 2005 में लूट की घटना को अंजाम देते हुए किया था। दसवीं तक शिक्षा प्राप्त किए रमेश यादव ने शौकिया रूप से जरायम की दुनिया में प्रवेश किया और उसे लालू यादव नामक जनपद के शातिर अपराधी ने उंगली पकड़कर चलना सिखाया। उसने बताया कि बाद में उसका साथ छोड़कर वह अपनी अलग गैंग बनाकर वर्ष 2011 में अपने साथियों महेंद्र राम, श्याम सुंदर व अभिषेक उर्फ राहुल राय के साथ हलधरपुर में यूनियन बैंक से निकलकर जाते हुए एक व्यक्ति से 1लाख रुपये लूटा और उन्हीं साथियों के साथ एक मोटरसाइकिल लूट की घटना को भी अंजाम दिया।
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उसने यह भी बताया कि वलीदपुर में संजय गुप्ता व उसके पुत्र सौरव गुप्ता के कहने पर उसने काशी सेठ और बद्री सेठ को धमकी देते हुए रुपए की मांग किया था और काशी सेठ को धमकाने के लिए फायरिंग भी किया था। जिसमें हरिप्रसाद पांडेय नामक व्यक्ति घायल हो गया था। जिसके बाद डर से काशी सेठ ने संजय गुप्ता व सौरभ गुप्ता को दो किस्तों में 1 लाख रुपया दिया था, जिसे उन्होंने उस के खाते में जमा कर दिया था। बद्री सेठ से पैसा नहीं मिल पाया। इन घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह जनपद छोड़कर फरार हो गया और विगत छह वर्षों में अपना ज्यादातर समय मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में बिताया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर संजय गुप्ता पुत्र विश्वनाथ गुप्ता और उसके पुत्र सौरभ गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने उसके पास से 9 एमएम का एक पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस और बिना नंबर की एक हीरो होंडा मोटरसाइकिल भी बरामद किया। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि 6 वर्षों से फरार चल रहे अपराधी की गिरफ्तारी पर पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ द्वारा 12 हजार का नगद पुरस्कार तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वाट टीम व सर्विलांस टीम को अतिरिक्त उत्साहवर्धन पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है।