प्रधानमंत्री मोदी ने खतरनाक परम्परा की शुरुआत की : डॉ मनमोहन सिंह
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (हि.स.)।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री के साथ डिनर बैठक का जिक्र करने पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे एक खतरनाक परम्परा की शुरुआत बताया है। डॉ. मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री के बयान को हम पूरी तरह खारिज करते हैं। डॉ. सिंह ने एक पत्र जारी कर कहा, ‘प्रधानमंत्री के बयान पर हमें दुख और गुस्सा भी आया है। मणिशंकर के यहां किसी से गुजरात चुनाव पर बात नहीं हुई है। चुनावों में अपनी हार की आशंका से प्रधानमंत्री मोदी बौखला गए हैं। मनमोहन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक खतरनाक परंपरा की शुरुआत की है। कांग्रेस को राष्ट्रवाद पर किसी के ज्ञान की आवश्यकता नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व सेना प्रमुख की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस का आतंकवाद से लड़ने का इतिहास है। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी बिना निमंत्रण स्वयं पाकिस्तान चले गए थे, वो भी उस दौरान जब उधमपुर और गुरदासपुर में हमले हुए। प्रधानमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि कि पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों को क्यों बुलाया गया ?
मनमोहन सिंह ने पत्र में कहा कि सार्वजनिक सेवा का उनका करीब पांच दशकों का अनुभव रहा है। प्रधानमंत्री मोदी सहित कोई भी व्यक्ति उनके कार्यकाल पर उंगली नहीं उठा सकता है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान दावा किया कि विपक्षी नेताओं ने मणिशंकर अय्यर के घर गुजरात चुनाव को लेकर पाकिस्तान के मौजूदा एवं पूर्व अधिकारियों के साथ एक गुप्त बैठक की थी। बैठक में शामिल पूर्व राजनयिक चिन्मय गरेखन का कहना है कि उस बैठक में सिर्फ भारत-पाक रिश्तों पर बात हुई थी, किसी ने गुजरात चुनाव के बारे में कोई बात नहीं की थी। इसके बाद कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा था कि पीएम को अपने पद की गरिमा बनाए रखने के लिए अपने दिए बयान पर माफी मांगनी चाहिए।