प्रधानमंत्री ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद किया
नई दिल्ली, 06 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर याद किया। उन्होंने डॉ. मुखर्जी की डॉ. भीमराव अम्बेडकर के साथ एक पुरानी तस्वीर भी ट्विटर पर साझा की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा, डॉ. मुखर्जी को एक श्रेष्ठ शिक्षाविद, अद्भुत प्रशासक और मजबूत व्यक्ति के रूप में याद किया जाता है जो भारत की आजादी के साथ-साथ एकता के लिए भी लड़े। उन्होंने डॉ. मुखर्जी और डॉ. भीमराव की तस्वीर के विषय में लिखा कि दोनों मंत्रिमंडलीय सहयोगी थे और भारत के विकास के लिए उनकी भविष्यवादी दृष्टि थी।
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में अपना एक वीडियो संदेश भी साझा किया है। इसमें उन्होंने कहा देश के महान सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन विद्या, वित्त और विकास इन तीन मूलभूत चिंतन से जुड़ी धाराओं का संगम था। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी कहा करते थे कि कोई भी राष्ट्र केवल अपनी ही ऊर्जा से सुरक्षित रह सकता है। उनका भरोसा था देश के साधनों व संसाधनों पर, प्रतिभाशाली लोगों पर, स्वतंत्रता के बाद देश को हताशा से, निराशा से निकालने का उनका विजन आज भी करोड़ों लोगों को प्रेरणा दे रहा है। शिक्षा से जुड़े क्षेत्र के लिए महिला सशक्तिकरण के लिए, देश की परमाणु नीति को दिशा देने के लिए उन्होंने जो कार्य किया, जो विचार रखे वो उस दौर की सोच से भी आगे के थे। देश के विकास में जनभागीदारी का महत्व समझते हुए उन्होंने जो रास्ते सुझाए, वो आज भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण बात थी वह थी भारत की अखंडता और एकता। इसी के लिए 52 साल की कम उम्र में ही उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ी। आइए, हम हमेशा डॉ. श्यमा प्रसाद मुखर्जी के एकता के संदेश को याद रखें और सद्भाव और भाईचारे की भावना के साथ भारत की प्रगति के लिए जी-जान से जुटे रहें।
उल्लेखनीय है कि श्री मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता में हुआ था। उन्होंने अक्टूबर 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी। 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई थी।