प्रधानमंत्री के भाषण में राफेल डील पर चुप्पी क्यों : राहुल गांधी
नई दिल्ली, 07 फरवरी (हि.स.)। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण को आधा-अधूरा सच बताते हुए अहम मुद्दों पर चुप्पी करार दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण दिया।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पार्टी पर कई आरोप लगाए कि देश में वर्तमान में जो भी कमियां हैं उसके लिए एक पार्टी जिम्मेदार है। कांग्रेस के जहर का असर आज भी देश भुगत रहा है। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार से लेकर विभाजनकारी नीतियां अपनाने और लोकतंत्र के मुद्दे पर भी तीखा प्रहार किया।
इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, ‘इसमें कुछ नया नहीं है। लोगों को अपने भविष्य की चिंता है।’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘उन्होंने एक घंटे से अधिक समय के लिए भाषण दिया लेकिन राफेल डील पर एक शब्द भी नहीं बोला| राजनीतिक भाषण दिया लेकिन देश के मुद्दों, किसानों या युवाओं के रोजगार के बारे में कुछ नहीं बोला। हर बार भाषण होता है, कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं के बारे में बोलते हैं। उन्होंने शहीदों पर एक शब्द नहीं कहा। किसानों के भविष्य के बारे में, युवाओं के रोजगार के बारे में राफेल डील के बारे में हमारे सवाल हैं। देश को यह समझना है कि प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार की बात की थी| राफेल डील में भ्रष्टाचार हुआ है और प्रधानमंत्री उन लोगों को बचा रहे हैं जिन्होंने भष्टाचार किया है। राफेल डील के बारे में रक्षा मंत्री जी कहती हैं कि हम देश को नहीं बताएंगे, सीक्रेट डील है। मुझे लगता है कि मोदी जी भूल चुके हैं कि वह अब प्रधानमंत्री बन चुके हैं| उन्हें सवालों के जवाब देने चाहिए और हमेशा विपक्ष पर आरोप नहीं लगाने चाहिए। प्रधानमंत्री जी हमारे जवाब देने की बजाय बांस और मधुमक्खी की बात कर रहे हैं। बात मधुमक्खी की नहीं है| किसानों को सही दाम देने, उनके हितों की बात है जिन पर प्रधानमंत्री लगातार चुप हैं।’
कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को आधा-अधूरा सच बताया है। इस मसले पर लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि आज जो प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण दिया उसमें कोई नई चीज नहीं बताई। देशहित के किसी कार्यक्रम का तक जिक्र नहीं किया। विपक्ष के सवालों का भी जवाब नहीं दिया। खास तौर पर आंध्रप्रदेश को विशेष दर्जा देने, स्टील फैक्ट्री के विषय पर। उन्होंने उत्तर देने की बजाय कांग्रेस पर आरोप लगाए कि आंध्रप्रदेश को बांटने में कांग्रेस का हाथ था जबकि चुनावी भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना अलग राज्य बनाने का वायदा किया था। उस समय भी नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने भी इसका समर्थन किया था। आज ये कांग्रेस पर आरोप लगाते हैं| चलिए ठीक है, ये आरोप तो ठीक लेकिन, वे अपना वायदा पूरा कर दें।
खड़गे ने कहा, ‘ये देखकर बड़ा दुःख होता है कि प्रधानमंत्री अपनी बातों पर बिल्कुल कायम नहीं हैं। राफेल पर भी वे चुप रहे। आंधप्रदेश के सांसद जिस वक्त अपनी मांग कर रहे थे प्रधानमंत्री के भाषण से पूर्व उनको वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अलग कर दिया। लेकिन, कल मेरे बोलते वक्त उन्होंने ये नहीं किया। आज प्रधानमंत्री मोदी ने वाजपेयी जी की कविता पढ़ी| काश, उसको अपने पर लागू भी करते। किसानों के मुद्दे पर उन्होंने निमकोटिंग उर्वरक (फर्टिलाइजर) का जिक्र किया लेकिन, किसानों की आय दोगुना करने का मार्ग प्रधानमंत्री ने नहीं बताया। ये भाषण पूरी तरह चुनावी था। भाषण के दौरान उन्होंने लोकतंत्र का जिक्र किया लेकिन, उसकी पालना वे स्वयं नहीं करते हैं। इस भाषण से हमें निराशा हुई है। इसके कारण वॉकआउट किया है।’