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प्रधानमंत्री के एक फोनकॉल ने बचाई भारत और 48 देशों के हजारों लोगों की जान : सुषमा

नई दिल्ली, 08 जनवरी : सिंगापुर में हुए भारत-आसियान प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर सुषमा स्वराज ने एक बड़ा खुलासा किया। स्वराज ने बताया कि कैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक फोन कॉल से यमन में हो रही भारी गोलाबारी के बीच हजारों भारतीय और 48 देशों के नागरिकों को भारत सरकार सुरक्षित बचा कर निकाल लाई। 

विदेश मंत्री स्वराज ने बताया कि मोदी सरकार के वक्त तीन बार ऐसा हुआ जब भारत सरकार को हजारों की संख्या में युद्धरत देशों से अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की चुनौती का सामना करना पड़ा। इसमें यमन से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना सबसे मुश्किल साबित हो रहा था, क्योंकि वहां से भारतीयों को रोड, हवाई जहाज या पानी के रास्ते ही निकाला जा सकता था। वहां चल रही लड़ाई के चलते सड़कों से हजारों भारतीयों को निकालना खतरनाक हो सकता था। ऐसे हालात में उन लोगों को बंदरगाह तक ले जाना भी मुश्किल था। हमारे पास बस एक ही रास्ता था कि हम कैसे भी हवाई जहाज के जरिए अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाल लें। लेकिन लगातार गोलीबारी के चलते अपने हवाई जहाज यमन के किसी भी हवाई अड्डे पर उतारना संभव नहीं था। हम परेशान थे, क्योंकि हमारे हजारों भारतीय नागरिकों की जान खतरे में थी। 

स्वराज ने बताया कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास गईं और उनसे निवेदन किया कि वे सउदी अरब के किंग से बात करें। यदि सउदी अरब की ओर से गोलीबारी कुछ दिन के लिए रोक दी जाए, तो भारत सरकार अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकाल लेगी। सुषमा स्वराज की बात सुनकर नरेन्द्र मोदी ने तुरंत सउदी अरब के किंग से बात की। सउदी अरब के किंग ने नरेन्द्र मोदी को कहा कि आप हमारे अच्छे दोेस्त हैं और हम अपने दोस्तों के लिए कुछ भी कर सकते हैं। सउदी अरब 7 दिन तक 9-11 बजे के बीच गोलीबारी नहीं करेगा। आप उस समय में अपने नागरिकों को वहां से निकाल लीजिएगा। 

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौसेना और वायुसेना को अलर्ट किया| सुषमा स्वराज के निर्देशन में विदेश राज्यमंत्री पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह खुद वहां गए और भारत ने अपने नागरिकों को भारी गोलाबारी के बीच से निकालना शुरू कर दिया। भारत के इस कदम से हैरान दुनियाभर के देश भारत के पास मदद मांगने आए, क्योंकि यमन में बहुत से देशों के नागरिक फंसे थे। सुषमा स्वराज ने बताया कि भारत ने 7 दिनों तक रोज दो घंटों के बीच यमन से भारत के अलावा 48 देशों के 7 हजार से ज्यादा नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला। 
सुषमा स्वराज थाईलैंड-इंडोनेशिया-सिंगापुर की पांच दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर गई थी, जहां भारत-आसियान प्रवासी दिवस सम्मेलन के दौरान उन्होंने ये वाकया सुनाया।  (हि.स.)।

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