‘प्रद्युम्न हत्याकांड : बचाव पक्ष मामले को टालने की जुगत में’
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (हि.स.)। प्रद्युम्न हत्या मामले में रेयान स्कूल के ही एक आरोपी छात्र की ओर से मामले को टालने का प्रयास किया जा रहा है। प्रद्युम्न के पिता वरुणचंद ठाकुर ने कहा कि अभी तक आरोपी की तरफ से चार-पांच आवेदन जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में दाखिल किए जा चुके हैं| इन आवेदनों का एक ही मकसद है कि किसी न किसी तरह मामले को आगे खींचते जाना।
आरोपी पक्ष ने बोर्ड में आवेदन देकर कहा है कि सीबीआई ने आरोपी को बोर्ड की ओर से दिए गए समय से ज्यादा अपनी हिरासत में रखा। लेकिन जब आरोपी को बोर्ड के समक्ष सीबीआई ने पेश किया था तो उसके पक्ष की तरफ से किसी ने कुछ नहीं कहा था। लेकिन कल शुक्रवार को आनन-फानन में उस आवेदन को वापस ले लिया। इसी तरह अन्य पांच आवेदनों को भी आरोपी पक्ष ने इसलिए दाखिल किया कि मामले को आगे खींचा जाए।
फिंगरप्रिंट के मामले में कल सीबीआई ने बोर्ड के पास कहा था कि वह इसके लिए आरोपी को हिरासत में नहीं लेना चाहती बल्कि अभिरक्षा गृह में उसका फिंगरप्रिंट लेना चाहती है।
साथ ही आरोपी पक्ष ने आवेदन डालकर बोर्ड से यह भी कहा है कि आरोपी का मनोवैज्ञानिक जांच व अभिरक्षा गृह के अधीक्षक की रिपोर्ट उसे चाहिए क्योंकि उसी आधार पर वह बोर्ड के सामने बहस करेगा। हालांकि ठाकुर के मुताबिक यह भी आरोपी पक्ष की एक योजना ही है कि किसी तरह मामले को टालते रहा जाए। कानूनी विशेषज्ञों के मुताबिक इस रिपोर्ट को सार्वजनिक करना इसलिए संभव नहीं है कि अभी सीबीआई की जांच पूरी नहीं हो पाई है। रिपोर्ट के सार्वजनिक होने से जांच पर असर पड़ सकता है।