प्रदुम्न कांड : इस वजह से CBI ने बस कंडक्टर को क्लीन चिट दने से किया इनकार
नई दिल्ली, 10 नवंबर : गुड़गांव स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रदुम्न ठाकुर की हत्या के मामले में गुरूग्राम पुलिस द्वारा गिरफ्तार बस कंडक्टर को सीबीआई ने क्लीन चिट नहीं दी है। इस मामले में उसी स्कूल के 11 वीं कक्षा के छात्र की सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के बाद बस कंडक्टर को निर्दोष माना जा रहा था। लेकिन सीबीआई का कहना है कि जांच अभी जारी है। चूंकि बस कंडक्टर अशोक ने घटना के बाद स्वीकारोक्ति बयान दिया है, जिसमें उसने अपराध को अंजाम देने की बात स्वीकार की है, इसलिए उसको अभी निर्दोष नहीं माना जा सकता। सीबीआई पता लगा रही है कि यदि उसने अपराध नहीं किया था तो हत्या जैसा गंभीर आरोप कूबलने की क्या मजबूरी थी। इसके साथ ही सीबीआई प्रदुम्न की हत्या में प्रयुक्त चाकू के बारे में पता लगा रही है कि वह किसने और कहां से खरीदा और स्कूल के भीतर कौन लेकर आया।
सीबीआई को शक है कि इस मामले में एजेंसी द्वारा हिरासत में लिए गए नाबालिग के अलावा अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। यही कारण है कि अभी तक सीबीआई ने अभी तक अशोक को क्लीन चिट नहीं दी है। हालांकि एजेंसी के सूत्र बता रहे हैं कि अभी तक अशोक के खिलाफ दूसरा कोई भी पुख्ता सबूत नहीं मिल पाया है। दूसरी तरफ नाबालिग संदिग्ध के परिजनों का कहना है कि सीबीआई की जांच सही दिशा में नहीं जा रही है।
दो अलग अलग कारण और आरोपी सामने आने के बाद अब जांच एजेंसी प्रदुम्न व गिरफ्तार आरोपी छात्र के स्कूल की ड्रेस, चाकू व अन्य बरामद चीजों का डीएनए टेस्ट के लिए भेजने की योजना बना रही है। साथ ही जांच को सही दिशा देने के लिए नाबालिग संदिग्ध को कई जगहों पर ले जाया गया है। इस बात की पुष्टि सीबीआई के प्रवक्ता आर.के. गौर भी कर रहे हैं।
10वीं के छात्र ने बनाई पानी से चलने वाली बाइक
इस बीच एजेंसी नाबालिग संदिग्ध को सोहना मंंडी स्थित उस बर्तन के दुकान में ले गई थी जहां से चाकू खरीदने की बात बताई जा रही है। साथ ही घटनाओं की तार को जोड़ने के लिए एजेंसी संदिग्ध से गहन पूछताछ भी कर रही है।
प्रद्युम्न हत्या मामले में गुरुग्राम पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के बाद कहा था कि बस कंडक्टर अशोक, प्रदुम्न से पहले बाथरुम में प्रवेश करता है। कुछ मिनटों के बाद खून से लतपथ प्रदुम्न रेंगते हुए बाहर निकलता है। उसकी गर्दन कटी हुई होती है। लेकिन सीबीआई के मुताबिक पुलिस ने शायद किसी को लाभ पहुंचाने के लिए फुटेज का अपनी तरह से विश्लेषण किया। जबकि प्रदुम्न के बाहर निकलने के बाद फुटेज में चार लोगों को साफ देखा जा सकता है। इसमें नाबालिग संदिग्ध के अलावा बस कंडक्टर और दो अन्य लोग मौजूद हैं। वे सब कौन हैं व कब पहुंचे, उनकी क्या भूमिका थी, सीबीआई हर नजरिये से जांच कर रही है। इस मामले में और भी कई खुलासे हो सकते हैं। (हि.स.)।