जयपुर, 10 जनवरी= खान एवं भूविज्ञान विभाग द्वारा दो लाइम स्टोन ब्लॉक्स की सफलता पूर्वक ई-नीलामी की गई है। दोनों ही नीलामियों ने रिकॉर्ड कायम किये हैं। इससे राज्य को लगभग 10 हजार 500 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
खान विभाग की सचिव श्रीमती अपर्णा अरोड़ा ने बताया कि नीलाम होने वाले दो ब्लॉक्स में से एक चित्तौड़गढ़ जिले की निम्बाहेड़ा तहसील में चित्तौडगढ़ बी ब्लॉक है, जिसका रिजर्व 175 मीट्रिक टन है। यह नीलाम किये जाने वाला अब तक का देश का सबसे बड़ा लाइम स्टोन ब्लॉक है।
इसके अलावा नागौर जिले की जायल तहसील के देह गांव में 125 मीट्रिक टन रिजर्व वाले 3बी 1ए लाइम स्टोन ब्लॉक को नीलाम किया गया है, जिसके लिए आरक्षित दर की तुलना में अब तक की सर्वाधिक बोली लगाई गई है।
अब देश में लाइन स्टोन ब्लॉक्स में सर्वाधिक महंगी नीलामी का रिकॉर्ड नागौर के लाइम स्टोन के नाम हो गया है। इसने सितम्बर,2016 में नागौर में ही 3बी 1बी लाइम स्टोन ब्लॉक की 60.09 प्रतिशत की सर्वाधिक बोली को पीछे छोड़ दिया है, जो कि देश का नीलाम किये जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा लाइम स्टोन ब्लॉक है।
श्रीमती अरोड़ा ने बताया कि नीलामी में 6 सीमेन्ट कम्पनियां प्रतिस्पर्धा में थीं। नागौर ब्लॉक 3बी 1ए के लिए इमामी सीमेन्ट्स की ओर से आरक्षित दर (पांच प्रतिशत) से लगभग 13 गुना ज्यादा 67.94 प्रतिशत पर बोली लगाई गई। इस नीलामी से राज्य सरकार को 5 हजार 100 करोड़ रुपये की राजस्व आय होगी। जबकि चित्तौड़गढ़ ब्लॉक के लिए डालमिया भारत सीमेन्ट्स की ओर से आरक्षित दर (14 प्रतिशत) से लगभग तीन गुना ज्यादा 48.03 प्रतिशत की बोली लगी, जिससे सरकार को 5 हजार 400 करोड़ रुपये की राजस्व आय होगी।
उन्होंने कहा कि यह राज्य और विभाग के लिए अभूतपूर्व उपलब्धि है।
इस नीलामी से जहां सरकार को सालाना 200 करोड़ रुपये से अधिक का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा वहीं सैंकड़ों रोजगार भी उपलब्ध होंगे। राज्य सरकार राजस्थान को देश का सबसे बड़ा खनन डेस्टिनेशन बनाना चाहती है और इसके लिए विभाग द्वारा कई प्रयास किये जा रहे हैं। लम्बित आवेदनों को जल्दी से जल्दी निपटाया जा रहा है। विश्व स्तर की अन्वेषण क्षमताओं पर निवेश के साथ ही निवेशकों को भी समुचित सहयोग देने के प्रयास किये जा रहे हैं।