पुणे व औरंगाबाद में हुई हिंसा की सीआईडी जांच कराये सरकार : मराठा मोर्चा
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15 अगस्त से चुल्हा बंद व क्रमिक धरना आंदोलन करेगा मराठा समाज
मुंबई 11 अगस्त (हि स )। पुणे व औरंगाबाद में मराठा आंदोलन में हुई हिंसा की सीआईडी जांच करवाए जाने की मांग मराठा क्रांति मोर्चा ने किया है। इसके साथ ही मराठा क्रांति मोर्चा ने अब रास्ते पर उतरकर आंदोलन नहीं करने का निर्णय लिया है। लेकिन मराठा समाज की ओर से मराठा आरक्षण की मांग पूरी होने तक 15 अगस्त से चुल्हा बंद व क्रमिक धरना आंदोलन किया जाएगा। यह जानकारी मराठा क्रांति मोर्चा के राज्य समन्यवयक शांताराम कुंजीरकर ने दी है।
कुंजीरकर ने कहा कि मराठा समाज अपनी मांग को लेकर पिछले 2 वर्षों से संघर्ष कर रहा है। राज्य के लगभग सभी जिलों में 58 मूक मोर्चे निकाले गए, लेकिन कहीं भी किसी भी तरह की हिंसा नहीं हुई थी। लेकिन मराठा समाज की ओर से निकाले गए मोर्चे में बाहरी उपद्रवी लोग घुस गए| इससे मराठा समाज के आंदोलन के नाम पर हिंसा हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इस हिंसा की सीआईडी जांच करवानी चाहिए, जिससे उपद्रवी लोगों पर कार्रवाई हो सके।
बता दें मराठा क्रांति मोर्चा की ओर आयोजित 25 जुलाई के आंदोलन में ठाणे, नई मुंबई व पुणे के चाकण में जमकर हिंसा हुई थी। कई वाहनों को जला दिया गया था और पुलिस पर हमला किया गया था। 9 अगस्त को मराठा क्रांति मोर्चा की ओर से आयोजित महाराष्ट्र बंद आंदोलन में पुणे व औरंगाबाद में वाहनों की तोड़फोड़ के साथ एमआईडीसी में कंपनियों में भी तोड़फोड़ की गई। इससे उद्योगपतियों में नाराजगी फैल गई है। औरंगाबाद में बालुंज के उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री से लिखित सुरक्षा का आश्वासन मिलने तक यहां उद्योग-धंधे बंद करने का निर्णय लिया है। इससे मराठा समाज के राज्य समन्वयकों ने अब सड़क पर आंदोलन न करने का निर्णय लिया है।