पीरियड्स के दर्द से इस प्रकार मिलेगी राहत
महिलाओं को मासिक धर्म से हर माह गुजरना पड़ता है। इसकी अवधि तकरीबन पांच दिन होती है।
महिला के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन नाम के हार्मोन्स मौजूद होते हैं जब इन हार्मोंन्स में किसी तरह की कोई गड़बड़ी हो जाती हैं तो पीरियड्स के अनियमित होने की समस्या आने लगती है। अगर आप भी ऐसी ही किसी परेशानी से गुजर रहे हैं तो डाक्टर से परामर्श लें और बिना संकोच खुलकर अपनी परेशानी बताएं।
किसी युवती को पहले 2 वर्षों तक अनियमित मासिक धर्म की शिकायत रहती है यह डरने वाली नहीं बल्कि यह सामान्य प्रक्रिया है लेकिन अगर यह हालात लंबे समय से चल रहे हैं तो डॉक्टर से जरूर जांच करवाएं।
इसके कई कारण हो सकते हैं।
खान-पान में गड़बड़ी
बेवक्त खाने-पीने की आदतें, पौष्टिक आहार न लेना, अचानक वजन का कम और बढ़ जाना मासिक धर्म के अनियमितत होने का कारण होते हैं, इसलिए अपने वजन को सामान्य बनाए रखने का प्रयास करें। डाक्टर से खान-पान से जुड़ी हर तरह की जानकारी लें। तली, डिब्बाबंद, चिप्स, केक, बिस्कुट और मीठे पेय आदि अधिक न लें। सही मासिक धर्म के लिए स्वस्थ भोजन लेना बहुत जरूरी है। अनाज, मौसमी फल और सब्जियां, पिस्ता-बादाम, कम वसा वाले दूध से बने आहार भी रोज की खुराक में शामिल करें।
तनाव
काम या किसी अन्य परेशानी से बने तनाव का असर सीधा एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन्स पर पड़ता है, जिससे रक्तस्त्राव में अनियमितता आती है।
बहुत ज्यादा व्यायाम
बहुत ज्यादा व्यायाम करने से भी हॉर्मोनल संतुलन में बदलाव आता है। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन आपकी मासिक धर्म प्रक्रिया को सामान्य रखते हैं और जरूरत से ज्यादा व्यायाम से एस्ट्रोजन की संख्या में वृद्घि होती है, जिससे पीरियड्स रुक जाते हैं।
बीमारी
अगर महिला लगातार एक माह या उससे ज्यादा समय तक बीमार रहती है तो ऐसे में उनके रक्तस्त्राव में अलग-अलग बदलाव आ सकते हैं।
थायरॉइड
थायरॉइड होने की वजह से भी मासिक धर्म में असामान्यता हो सकती है। थायरॉइड की वजह से इस चक्र पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। ऐसे में खून की जांच करवाएं।
कैसे दूर करें ये परेशानी
बहुत सारी महिलाओं को इस परेशानी का सामना करना पड़ता है। महीने के यह पांच दिन दर्द, तनाव और अन्य कई समस्याओं से गुजरते हैं। बहुत सारी महिलाएं पीरियड के दर्द से छुटकारा पाने के लिए दवाइयों का सेवन करती हैं लेकिन इस समय में दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए।
खूब सारा पानी पीएं
दिन की शुरुआत हमेशा ही पानी पीकर करें। सुबह उठते ही खाली पेट 1 से 2 गिलास पानी पीएं। पूरे दिन में 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीएं। इससे शरीर के टॉक्सिंस निकल जाते हैं और आप फिट रहती हैं और पीरियड भी नियमित आते हैं।