पालघर में ”जैन एकता महाकुंभ” बड़े उत्साह के साथ संपन्न .
केशव भूमि नेटवर्क 9 अप्रैल := पालघर में रविवार को भगवान महावीर की 2616 वी जयंती पर के अवसर पर जैन एकता महाकुंभ बड़े हर्षो उल्लास के साथ संपन्न हुआ ,इस कार्यक्रम में पहली पालघर जिला के 22 गाँव से आए करीब 5000 हजार से ज्यादा जैन समाज के लोग सामिल हुए थे ,
रविवार को पालघर में जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ,वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ,तेरापंथ धर्मसंघ,दिगंबर जैन संघ की तरफ से भगवान महावीर जयंती के जयंती के शुभ अवसर पर जैन धर्म मुनि श्री विमलसागरसुरीश्वरजी महाराज जीके आदेश पर पहली बार भगवान महावीर की जयंती पर एक भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया था .
यह शोभा यात्रा सुबह 6.30 बजे ढोल तासे और बैंड बाजे के साथ श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर, पालघर (वेस्ट) से निकाली गई. और यह रथयात्रा देविशा रोड़, मनोर रोड़, स्टेशन रोड़, कचेरी रोड़ होते हुए लॉयंस क्लब के पास मैदान में पहुंची .जिसके बादसकल श्री संघ की नवकारशी के बाद विराट् धर्मसभा, संगीतमय मंत्रजाप , श्री विमलसागरसुरीश्वरजी महाराज एवं पदमविमलसागरजी महाराज के प्रवचन के साथ –साथ प्रभुभक्ति के रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया किया गया . साथ ही इस अवसर पर पालघर जिला जैन महासंघ, एवं पालघर जिला जैन महिला महासंघ की स्थापना भी की गई.
इस भव्य जैन एकता महाकुंभ में पहली बार पालघर जिले के पालघर , बोईसर ,मनोर, सफाले , चिं
आने वाले समय में संघ के माध्यम एक साथ होंगे कार्यक्रम .
कार्यक्रम के दौरान स्थापित हुए पालघर जिला जैन महासंघ, एवं पालघर जिला जैन महिला महासंघ को लेकर पालघर के जैन समाज का कहना है कि आने वाले सालो में इस संघ के माध्यम से पालघर जिले में इस प्रकार के कार्यकर्मो का आयोजन किया जाएगा. ताकि पालघर जिले के सभी जैन समाज के लोग इसी बहाने एक साथ आ सके .
हमेशा लोगो की करे मद्दत मुनि श्री विमलसागरसुरीश्वरजी महाराज जी .
विमलसागरसुरीश्वरजी महाराज एवं पदमविमलसागरजी महाराज. उपदेश देते हुए कहा कि भगवान महावीर केवल जैन समाज के नहीं बल्कि वह पुरे मानव सामाज के है .उन्हों ने मानवता के सिधान्तो को जन जन तक पहुँचाया उनके सिध्दांत विश्वशांति के लिए अत्यनत प्राव्संगिक है . जिस प्रकार आज जगह –जगह युद्ध की
संभावनाए बढ़ रही है तब भगवान महावीर के अहिंसा और क्षमा के उपदेशो के महत्त्व बढ़ रहे है . साथ ही उन्हों ने यह भी कहा की आप लोग जीवो की रक्षा करो मांसाहारी मत बनो अपनी कमाई के कुछ हिस्सों को समाज ,देश के हित के लिए जरुर खर्च करो जैन समाज एक ऐसा समाज है जिस समाज में अभी तक कोई गुंडा पैदा नहीं हुआ यह इस समाज का इतिहास है .जो इंसानों का व किसी और जीवो का क़त्ल करे यह एक शांत समाज है .किसी का क़त्ल करने से किसी का भला नहीं होता .अगर लंबे समय तक दुनिया में जीना है तो .अहिंसा ,अनेकांतवाद ,अपरिग्रहवाद ,क्षमापना जैसे सिध्दांतो को अपनाना जरुरी है .
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