पालघर में ग्राम पंचायत क्षेत्रों में घर टैक्स को लेकर लोग धर्मसंकट में !
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मुंबई, 24 अप्रैल ; पालघर जिले की इकलौती वसई – विरार शहर महानगर पालिका (वीवीसीएमसी) के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत क्षेत्रों में घर टैक्स को लेकर धर्मसंकट की स्थिति बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर मनपा के अन्य प्रभागों में पूर्ववत की भांति घर टैक्स लगाया जा रहा है। ग्राम पंचायत क्षेत्र के रहने वाले नागरिकों में घर टैक्स मनपा द्वारा नहीं लिए जाने पर दुविधा की स्थिति बनी हुई है। घर टैक्स को लेकर मनपा उपायुक्त अजीज शेख ने बताया की टैक्स की नयी दर लागू की जानी है, जबकि मनपा के शहरी प्रभागों में पूर्व दर से टैक्स वसूली की जा रही है।
गौरतलब है कि वसई – विरार शहर महानगर पालिका ( वीवीसीएमसी) की सबसे बड़ी आय घर टैक्स वसूली से की जाती है। मनपा के कुल बजट एक बड़ा भाग घर टैक्स से आता है, वहीं मनपा द्वारा 1 अप्रैल 2017 से घर टैक्स की नयी दर लागू करने की बात की जा रही है। मनपा के नए दर को लेकर ग्रामीण भागों में प्रभाग के कार्यालयों द्वारा घर टैक्स लगाना बंद किया गया है। लगभग एक माह हो रहा हैं . लेकिन मनपा द्वारा अभी तक नयी दर लागू नहीं की गयी है।
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इस स्थिति में नागरिकों द्वारा घर टैक्स भरने के लिए मनपा कार्यालयों का चक्कर लगाया जा रहा है, जबकि दूसरी ओर मनपा के शहरी क्षेत्र के नालासोपारा, नवघर माणिकपुर, वसई और विरार आदि प्रभागों के कार्यालयों में घर टैक्स वसूल किया जा रहा है। मनपा द्वारा शहरों की अपेक्षा ग्रामीण भागों के घर टैक्स की वसूली में काफी अंतर बताया जाता है। बताया जाता है कि ग्रामीण भागों के नागरिकों को मनपा द्वारा बहुत सी नागरिक जन्य सुविधाओं से वंचित रखा जाता है, जिसके कारण उनके टैक्स की दर भी शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण भागों में अलग होती है। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।