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पालघर : पंचतत्व में विलीन हुए वारली चित्रकार जिव्या सोमा मशे , राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

पालघर केशव भूमि नेटवर्क  : वारली चित्रकार के जन्मदाता व पद्मश्री  पुरस्कार से सम्मानित जिव्या सोमा मशे (80 ) आज पंचतत्व में विलीन हो गए . महाराष्ट्र के आदिवासी विकास मंत्री व पालघर जिला के पलक मंत्री विष्णु सवारा , शिवसेना के विधायक रविन्द्र फाटक , अमित घोडा , दहाणु के नगराध्यक्ष भरत राजपूत व अन्य मान्यवरो की उपस्तिथि में पुरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया .

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बता दे की आप ने अक्सर लोगो के घरो के किचन ,हॉल ,बेडरूम ,ऑफिसो के दिवालो पर वारली चित्र को लटकते देखा होगा. आगर आप गूगल में वारली चित्र को सर्च करेंगे तो आप के सामने तमाम चित्र आ जायेंगे जिसे देखकर आप इन चित्रों की तारीफ करने से नहीं चूकेंगे . यही नहीं यह चित्र पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है . इसमें पालघर जिला के दहाणु तहसील के गंजाड में 13 मार्च 1931 को एक गरीब आदिवासी परिवार में जन्मे जिव्या सोमा मशे अनमोल योगदान है .

 

ठाणे जिला व पूरी दुनिया में इस चित्र को पहुचानें के लिए जिव्या मशे ने लोगो की शादियों में व अन्य कार्यक्रमों में लोगो के घर की दीवारों पर इस चित्र को बनाकर लोगो को इस चित्र की तरफ आकर्षित किया . इनकी इस चित्रकला से प्रभावित होकर कई विदेशियों ने इनसे मिलाकर इस चित्रकला के बारे में जाना समझा और उसकी तारीफ की . इसके लिए इन्हें पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया

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