VIDEO : पालघर जिला: वसई में एक युवक ने खुद को आग लगाकर DYSP को गले लगाने की कोशिश करते हुए की आत्महत्या.
केशव भूमि नेटवर्क ,11 नवम्बर(palghar jila) : मुंबई से सटे पालघर जिला के वसई में विनयकांत झा नामक एक युवक ने वसई DYSP ऑफिस में खुद को आग लगाकर वसई के DYSP को पकडकर आत्महत्या करने की कोशिश , की जिसमे DYSP तो बाल बाल बच गए लेकिन युवक की मौत हो गयी .
बताया जा रहा है की इस युवक पर कई अपराधिक मामले दर्ज है जिससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है . हालांकि की इस युवक ने आत्महत्या करने के पहले अपना एक वीडियो वायरल करके विरार पुलिस स्टेशन के इंचार्ज और बविआ के एक नगरसेवक पर गंभीर आरोप लगाये है .
इस वीडियो के वायरल होने के बाद पालघर के एसपी मंजूनाथ सिंगे इस वीडियो पर शंका जताते हुए कहा है कि ….
This video is not verified. Prima facia there is mismatch of voice and video, especially towards the end. We will update you further
यही वह वीडियो है जिसको लेकर तरह तरह की शंका व्यक्त की जा रही है .
लेकिन इस वीडियो को लेकर यह सवाल उठता है आखिर कोई क्यों इस तरह आपनी जिंदगी को यु सरेआम आग के हवाले कर देगा ….हालांकि की यह वीडियो सही है की गलत KBN10 NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता ..
साथ ही पुलिस ने एक प्रेस नोट के माध्यम से बताया की 10 नवम्बर को शाम 4 बजे पालघर के एस पी मंजूनाथ सिंगे ने एडिशनल एसपी राज तिलक रौशन व वसई विभाग के DYSP,प्रभारी अधिकारियो की सरकारी कामो का जायजा लेने के लिए एक मीटिंग बुलाया था . शाम करीब 6 बजे मीटिंग ख़त्म होने के बाद सभी अधिकारी चले गए . उसके कुछ समय बाद एडिशनल एसपी राज तिलक रौशन और DYSP बलवी ऑफिस में काम कर रहे थे उसी दरमियान ऑफिस के बाहर चिल्लाने की आवाज सुनकर जैसे वह बाहर आये तो उन्होंने देखा की एक युवक खुद पर तेल छिड़क कर खुद को जला लिया है .उस दरमियान जलते हुए युवक ने DYSP बलवी को गले लगाने की कोशिश की लेकिन बलवी किसी तरह इस युवक को धक्का मार कर खुद को बचाया .
जिसके बाद युवक पर पानी डाल कर आग को बुझाकर उसे इलाज के लिए माणिकपुर में स्तिथ गोल्डन पार्क हॉस्पिटल में उसे भर्ती कराया गया . जहा डॉक्टर ने प्रथम इलाज के बाद उसे मुंबई के कस्तूरबा हॉस्पिटल में भेज दिया . जहा इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी . मामले की गंभीरता को देखते हुए एस पी मंजुनाथ सिंगे ने इसकी जाँच DYSP जयवंत बजबले को सौप दी है . अब यह देखने वाली बात होगी की इस जाँच में क्या निकल कर आता है. पुलिस इस युवक द्वारा लगाये गए आरोप को सही मानकर दोषी आधिकारियो पर कार्यवाई करती है, या मृतक को आरोपी बताते हुए अपने अधिकारियो को क्लीन चिट देकर इस मामले की फाईल को बंद कर देगी.