पालघर जिला : खाद्य अधिकारियो पर लगे ऑनलाइन करोड़ो रूपये के भ्रष्टाचार करने का आरोप,राजपाल,मुख्यमंत्री, मुख्यसचिव से की शिकायत
पालघर: पालघर के राशन कोटेदार ने खाद्य अधिकारी उमेश विरारी और पालघर तालुका के खाद्य अधिकार संभाजी पावरा पर ऑनलाइन करोड़ो रुपये के अनाज का हेरा फेरी करके करोड़ो रूपये का भ्र्ष्टाचार करने का आरोप लगाया है .शिकायतकर्ता ने इस भ्रष्टाचार की शिकायत राजपाल,मुख्यमंत्री मुख्यसचिव व अन्य अधिकारियो से की है .
बता दे की राशन वितरण में पारदर्शिता लाने व धांधली रोकने के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई ई –पीओएस मशीन को लेकर गंभीर आरोप लगे है . पालघर में सतीश दहीवाले नामक एक राशन कोटेदार ने बिभिन्न सबूत के साथ पालघर जिला के तत्तकालीन पूर्ति अधिकारी उमेश विरारी ,तालुका पूर्ति अधिकारी संभाजी पावार पर ई –पीओएस के माध्यम से करोडो रूपये का भ्रष्टचार करने की शिकायत महाराष्ट्र के राजपाल,मुख्यमंत्री मुख्यसचिव से शिकायत किया है .
सतीश दही वाले का कहना है की जिला ,तालुका पूर्ति अधिकारियो द्वारा राशन के कोटेदारो को वितरण के लिए राशन कम दिया जाता है. और ऑनलाइन ई –पीओएस मशीन में राशन ज्यादा बताया जाता है। ऐसे में सवाल उठता है की जो अनाज राशन कोटेदारो को नही दिया गया, न ही उसका पैसा भरकर चालान दिया गया ,न परमिट दिया गया है ,खास बात यह है की यह मॉल गोदाम में भी नही आता है .फिर यह अनाज कहा गायब हो जाता है. और यह अनाज केवल ई –पीओएस मशीन मर दिखाई देता है .
अगर इसके खिलाफ कोई कोटेदार आवाज उठता है तो उसके राशन के दुकान की कमियों को ढूढ कर उसके ऊपर कानूनी कार्यवाई करके यह अधिकारी उसके आवाज को दबा देते है।
यह भ्रष्टाचार ई –पीओएस मशीन अपोरेटर , खाद्य मंत्रालय का आयुक्त कार्यालय ,जिला,तालुका खाद्य अधिकारी,गोडाउन मैनेजर और लेखपाल सम्बन्धित खाद्य अधिकारी इन सभी लोगो की मिली भगत से हो रहा है। जिसका बिभिन्न साबुत मैंने मेरे शिकायत पत्र के साथ जोड़ा है .
इस लिए हमेशा भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का दावा करने वाले मुख्यमंत्री देवन्द्र फडणवीस को इस भ्रष्टाचार को गंभीरता से लेकर इसकी जाँच करके दोषी अधिकारियो पर कार्यवाई करनी चाहिए ताकि गरीब आदिवासियों का राशन उन तक पहुँच सके .
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