पालघर कलेक्टर ऑफिस में रिक्शा चालक ने आग लगा कर की आत्महत्या की कोशिश ,बचाने गए अधिकारी का भी हाथ झुलसा

पालघर,3 अक्टूबर : पालघर कलेक्टर ऑफिस में गणेश दामू भोर नामक एक रिक्शा चालक ने अपने बदन पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्महत्या करने का कोशिश किया । जिसे बचाने गए एक अधिकारी का भी हाथ झुलसा गया .जिसके बाद पालघर सरकारी अस्पताल में प्रथम इलाज के बाद रिक्शा चालक की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे मुंबई के कस्तूरबा अस्पातल में रवाना कर दिया .
बता दे की गुरुवार को पालघर कलेक्टर ऑफिस में उस समय अफरा तफरी मच गई जब गणेश भोर नामक एक रिक्शा चालक ने अपने बदन पर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर खुद को आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश करने लगा .वही नालासोपारा के सेंट्रल पार्क में रहने वाले गणेश भोर कि पत्नी ने जानकारी देते हुए बतया की उनके पति ऑटो रिक्शा चलाकर अपने परिवार का निर्वाह करते है । उन्हों ने करीब 5 साल पहले नालासोपारा में एक बिल्डर फ्लैट बुक किया था और बिल्डर को 8 लाख रुपये दिए थे ।
बिल्डर ने 3 साल में फ्लैट का कब्जा देंगे लेकिन कहा था लेकिन उसने घर देने के बजाय दूसरे को बेच दिया। बिल्डर से जब फ्लैट मांगा तो उससे काफी कहा सुनी हो गई जिसके बाद उसने 6 लाख रूपये रिटर्न किया .बाकी पैसे को लेकर यह मामला वसई कोर्ट में चला गया .
साथ ही गणेश भोर कि पत्नी ने कहा की बाकि का 2 लाख वापस देने के लिए कोर्ट ने उनसे कलेक्टर का पत्र मांगा था . जिसके लिए भोर सुबह से ही पालघर कलेक्टर ऑफिस आये हुए थे .लेकिन शाम करीब 4 बजे के आस पास किसी कारण बस उन्हों ने अपने बदन पर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आग लगा लिया.
जिसके बाद अधिकारियो व अन्य लोगो ने किसी तरह आग को बुझया लेकिन तभी तक भोर करीब 70 प्रतिशत से ज्यादा जल गया था. आग बुझाने के दौरान एक अधिकारी का भी हाथ बुरी तरह झुलसा गया .
हालांकि की आत्महत्या करने के कारण का अभी तक सही पता नहीं चल पाया है .पुलिस मामला दर्ज करके जांच में जुट गई है अब पुलिस जांच के बाद ही इस घटना की सच्चाई का पता चल पाएगा .