पटना : पटना के पारस अस्पताल ने फिर कीमती जिंदगी बचाई है. पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, राजाबाजार, पटना ने कैंसर ट्यूमर से ग्रसित 7-8 वर्ष के बच्चे की मुफ्त में इलाज कर जान बचायी. मां-बाप को खो चुका प्रवीण तीन-चार महीने से सिरदर्द और उल्टी से परेशान था. साथ ही कुछ भी खा नहीं पाता था. कई सरकारी और निजी अस्पतालों में दिखाने के बावजूद बीमारी के ठीक नहीं होने पर उसकी चाची और एक पड़ोसी उसे लेकर पारस अस्पताल आये. जहां न्यूरो फिजिशियन ने जांच के बाद न्यूरो सर्जन डॉ. मुकुंद प्रसाद के पास रेफर कर दिया.
जांच के बाद पता चला कि वह मेडुलोब्लास्टोमा कैंसर ट्यूमर से ग्रसित है. जिसके ऑपरेशन और इलाज पर भारी रकम खर्च करनी होगी. कैंसर से ग्रसित बच्चे का मामला था. वह भी बेसहारा. इसलिए इस मामले को हॉस्पिटल के शीर्ष प्रबंधन के पास ले जाया गया. जहां से उसे मुफ्त में इलाज करने की हरी झंडी दी गयी.
शीर्ष प्रबंधन से अनुमति मिल जाने के बाद डॉ. प्रसाद ने बच्चे का ब्रेन खोलकर ऑपरेशन किया. इसके बाद उसे कीमोथेरेपी एवं रेडिएशन दिया गया. इसके बाद से वह कैंसर से फ्री है. पूरी तरह से स्वस्थ है. कोई समस्या नहीं है. डॉ. प्रसाद ने बताया ट्यूमर 4 से 5 सेंटीमीटर गोलार्द्ध का था. इस तरह के ट्यूमर के ऑपरेशन में काफी सतर्कता बरतनी पड़ती है. क्योंकि जरा सी असावधानी होने पर वह सदा के लिए खाना नहीं खा पाता. साथ ही निमोनिया होने का डर रहता है. सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
इन खतरों के बीच बच्चे का सफल ऑपरेशन किया गया. कामयाब भी हुए. पारस में सभी तरह के उपकरण और सुविधाएं मौजूद रहती हैं. इसलिए ऑपरेशन ठीक-ठाक रहा. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के 15वें दिन वह सब कुछ खाने लगा. अस्पताल से छुट्टी के बाद उसके पास दवा खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, तो फिर इंतजाम कर दिया गया. उन्होंने कहा कि यह ट्यूमर बड़ा खराब होता है. इसके दोबारा होने की आशंका रहती है. यह ट्यूमर मुख्य रूप से बच्चों में ही होता है. प्रवीण अब पूर्णतः ठीक है तथा दोबारा ट्यूमर होने की आशंका नहीं है.