पाकिस्तान PM के मंदिर खोलने के प्रस्ताव पर महबूबा मुफ्ती ने कुछ यूं दिया जवाब
नई दिल्ली: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा मंदिर खोलने की बात पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान के पीएम ऐसा करना चाहते हैं तो उनका यह प्रस्ताव पीएम नरेंद्र मोदी को जरूर स्वीकार करना चाहिए. महबूबा मुफ्ती ने इसे लेकर एक ट्वीट भी किया. उन्होंने लिखा कि इस तरह के माध्यम से शांति बहाल करने की कोशिश एक सराहनीय कदम है. पीएम नरेंद्र मोदी जी को पाक पीएम का यह प्रस्वात जिसमें वह श्रद्धा पीठ समेत अन्य धार्मिक जगहों पर बने मंदिर को खोलने की बात कर रहे हैं को स्वीकार जरूर करना चाहिए. बता दें कि पाक पीएम इमरान खान ने भारत-पाक रिश्तों को और बेहतर करने के लिए पाकिस्तान में बंद पड़े मंदिर को खोलने की बात कही थी.
पीएम खान ने कहा था कि हम अन्य प्रस्तावों पर भी विचार कर सकते हैं जिनमें कश्मीर में शारदा पीठ, कटासराज और अन्य हिंदू मंदिरों तक जाने के रास्ते खोले जाना शामिल है. मुफ्ती ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि उनकी पार्टी को इस बात का विश्वास है कि इस प्रस्ताव पर भारत सरकार सकारात्मक प्रतिक्रिया देगी. पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि दोनों पक्षों के आक्रामक वर्गो को दरकिनार करना होगा ताकि भारत-पाक के बीच एक नयी शुरुआत संभव हो सके. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस प्रक्रिया की निजी तौर पर अगुवाई करनी चाहिए ताकि आक्रामक प्रवृत्ति के लोग शांति के इस नए माहौल को बिगाड़ न सकें. इन माध्यमों के जरिए शांति की पेशकश करती ये पहलें सराहना की पात्र हैं.
बता दें कि इससे पहले इमरान खान सरकार ने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की भी कोशिश की थी. सूत्रों के अनुसार इसके लिए बकायद प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है.पाकिस्तान की एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार कश्मीर मुद्दे के हल के लिए एक प्रस्ताव तैयार कर रही है. मंत्री ने इस प्रस्ताव के मसौदे को ‘विवाद सुलझाने के लिये आदर्श’ करार दिया था. वहीं पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने कुछ दिन पहले एक टीवी कार्यक्रम के दौरान इस बात के संकेत दिए थे. उन्होंने बताया कि इसका खुलासा किया था.