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पाकिस्तान में सिखों के जबरन धर्म परिवर्तन पर गरमाई पंजाब की सियासत, अमरिंदर की मांग पर सुषमा स्वराज ने ट्विट कर दिया भरोसा

चंडीगढ़, 19 दिसम्बर (हि.स.)। पाकिस्तान में सिखों का जबरन धर्म परिवर्तन करवाए जाने की खबरों के बीच पंजाब की राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है। पंजाब में पंथ की राजनीति को आगे बढ़ा रहे शिरोमणि अकाली दल के अलावा सत्तारूढ़ कांग्रेस भी इस मुद्दे पर गंभीर हो गई है। 

आज पाकिस्तानी समाचार पत्रों के माध्यम से भारतीय टीवी चैनलों पर जब यह खबर आई कि ख़ैबर-पख़तूनखवा राज्य के हंगू जि़ले में सिखों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है तो पंजाब के सभी राजनीतिक दलों में उबाल आ गया और सियासत शुरू हो गई। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पत्र लिखकर कहा कि यह बहुत गंभीर मसला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में हस्तक्षेप करना भारत सरकार की जिम्मेदारी बनती है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि विदेश मंत्रालय द्वारा इस मामले में पहल की जाये जिससे जबरन धर्म परिवर्तन का अंत किया जा सके।

इसी दौरान शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के राजनीतिक सलाहकार एवं दिल्ली के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जत्थेदार गोबिंद सिंह लोंगोवाल से इस बारे में बातचीत की। इसके बाद उन्होंने अधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि बहुत जल्द एसजीपीसी का एक शिष्टमंडल पाकिस्तान के प्रभावित इलाके का दौरा करने पर विचार कर रहा है।

इसी दौरान अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने इस घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि पाकिस्तान के शाहीवाल में भू-माफिया द्वारा गुरुद्वारा साहिब की इमारत को गिराकर वहां प्लाजा का निर्माण किया जा रहा है जो बेहद निंदनीय है। अकाल तख्त जत्थेदार ने कहा कि कोई भी सच्चा मुसलमान इस तरह की घटना नहीं कर सकता। अकाल तख्त जत्थेदार ने इन घटनाओं में पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।

जबरन धर्म परिवर्तन करवाए जाने के मामले पर पंजाब के मुख्यमंत्री तथा राज्य के अन्य सिख संगठनों के हरकत में आने के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विट करके कहा कि पूरा मामला उनके संज्ञान में आ गया है और भारत सरकार इस मुद्दे पर पाकिस्तान सरकार से लगातार बातचीत कर रही है। 

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