लाहौर , 24 नवंबर (हि.स.)। आतंक के सरगना हाफिज सईद की रिहाई से पाकिस्तान का चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है, लेकिन वह अपनी इस करतूत पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है। इसी वजह से प्रशासन ने आतंकी हाफिज की शुक्रवार को यहां होने वाली रैली के मीडिया कवरेज पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।
हाफिज की रिहाई की भारत समेत दुनिया के कई मुल्कों ने कड़ी निंदा की है। मुंबई हमले के इस सूत्रधार पर अमेरिका पहले ही एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर चुका है। अब दुनिया में हो रही बदनामी से बचने के लिए पाकिस्तान यह नहीं चाहता कि हाफिज की वजह से उसकी और किरकिरी हो। जेल से बाहर आते ही हाफिज ने भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जेल से बाहर आने के बाद हाफिज सईद ने अपनी रिहाई के आदेश को अपने निर्दोष होने का सबूत बताया है। सईद ने कहा, “ मैं बहुत खुश हूं कि मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हुआ है, क्योंकि लाहौर हाई कोर्ट के तीन न्यायाधीशों ने मेरी रिहाई के आदेश दिए हैं। भारत ने मेरे खिलाफ आधारहीन आरोप लगाए हैं’।”
सईद ने आगे कहा कि भारत के अनुरोध पर अमेरिका ने पाकिस्तान पर दबाव बनाया था कि उसे हिरासत में लिया जाए। रिहाई की खुशी में अपने आवास के बाहर जमा हुए समर्थकों से उन्होंने कहा, “ मुझे सिर्फ कश्मीर पर मेरी आवाज को दबाने के लिए 10 महीने तक हिरासत में रखा गया।”
नजरबंदी से रिहाई के कुछ ही क्षण बाद मुंबई हमले के सूत्रधार और जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद ने कहा कि वह कश्मीर के लिए पूरे पाकिस्तान से लोगों को जुटाएगा और आजादी पाने में कश्मीरियों की मदद करेगा।