ऋषिकेश, 19 मई = 27 अप्रैल से शुरू चारधाम यात्रा में यात्रियों के आने का क्रम लगातार बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि ऋषिकेश, हरिद्वार की सारी धर्मशालाएं एवं होटल पूरी तरह भरे हुए हैं। जिसके कारण यात्रियों को धर्मशालाओं में खुले में ही रात और दिन गुजारने पड़ रहे है। कड़ी धूप भी यात्रियों की परीक्षा ले रही है, लेकिन यात्री है कि देवदर्शन के लिए सब कुछ सहने के लिए तैयार है। अब तक सवा दो लाख से अधिक यात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए बायोमीट्रिक पंजीकरण कराया है।
27 अप्रैल से प्रारम्भ इस यात्रा के यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण 23 दिन बाद सयुंक्त रोटेशन व्यवस्था समिति द्वारा चारों धामों पर जाने वाले यात्रियों के लिये की गई बसों की व्यवस्था अब चरमराने लगी है। यात्रा प्रशासन कार्यालय में उपजिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी द्वारा सभी अधिकारियों की बैठक बुलाकर यात्रा संबंधी व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई।
पंजीकरण अधिकारी अरविन्द कुमार श्रीवास्तव एंव प्रेम अनंत ने बताया कि 28 अप्रैल से 18 मई तक पांच लाख 25 हजार 853 यात्रियों ने पंजीकरण कराया, जिसमें गंगोत्री के लिये 126433ने यमुनोत्री के लिये 121712 ने बद्रीनाथ के लिये 126522 ने केदार नाथ के लिये 151186 फोटो बायोमेट्रिक पंजीकरण करवाया है।
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जिसके बाद बस अड्डे पर खचाखच यात्रियों से भरी पड़ी है जिन्हें चिलचिलाती धूप में ही अपनी यात्रा प्रारंभ करने के लिए खुले में प्रतीक्षा करनी पड़ रही है। प्रशासन द्वारा पेय पदार्थों सहित खाने पीने के ढाबो पर खाने पीने के सामान के दरों की सूची चस्पा किए जाने के निर्देश दे दिए हैं ताकि पर्यटकों की लूट खसोट न हो सके। इसके बावजूद कुछ दुकानदार अपनी कारस्तानियों से बाज नहीं आ रहे है।