पटना (ईएमएस)। बिहार की राजधानी पटना के सभी घरों में अक्टूबर तक पाइप के जरिए एलपीजी पहुंच जाएगी। शुक्रवार को पेट्रोलियम और नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड की बैठक को संबोधित करते हुए सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने यह बात कही। इस दौरान उन्होंने गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड से यह अनुरोध भी किया कि वो इस साल अक्टूबर माह तक पटना के साथ ही स्मार्ट सिटी घोषित मुजफ्फरपुर और भागलपुर में भी पाइप के जरिए एलपीजी पहुंचाएं।
बिहार में गैस की आपूर्ति के लिए 490 किलोमीटर मुख्य पाइप लाइन में से 410 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है। बैठक को संबोधित करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि पटना में जल्द ही सीएनजी स्टेशन भी स्थापित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही भवन निर्माण से संबंधित नियमों में संशोधन करेगी,ताकि बहुमंजिला इमारतों में निर्माण के दौरान ही पानी की तरह गैस की पाइप लाइन भी लगाई जा सके। उप मुख्यमंत्री मोदी ने कहा कि सीएनजी संचालित वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार रजिस्ट्रेशन शुल्क कम करने पर भी विचार कर रही है।
मोदी ने इस दौरान यह भी दोहराया कि भारत सरकार ने साल 2022 तक क्रूड ऑयल के आयात में 10 फीसदी कटौती करने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए जरूरी है कि भारत में मिश्रित ईंधन खपत में प्राकृतिक गैस के उपयोग को 6.2 से बढ़ाकर 15 से 20 फीसदी किया जाए। इस बीच उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साल 2019 तक देश के एक करोड़ घरों में पाइप लाइन से गैस पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर सहित राज्य के छह जिलों औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास, बेगूसराय, गया और नालंदा में शहरी गैस वितरण के लिए 10 जुलाई तक निविदा की प्रक्रिया प्रक्रिया पूरीकर पाइप बिछाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। उप मुख्यमंत्री का कहना था कि पाइप से गैस की आपूर्ति होने से जहां घरों में सिलेंडर की जगह सीधे एलपीजी मिलेगी, वहीं गैस आधारित उद्योग भी लगाने का काम शुरु होगा।