पटना, सनाउल हक़ चंचल-
अब पटना के आईजीईएमएस में इलाज कराने के लिए आधार कार्ड जरूरी होगा. अभी 15 दिनों की रियायत दी गई है. इस दौरान मरीज अपना पहचान पत्र दिखा कर इलाज करवा सकेंगे. इसके लिए वोटर आईडी, लाइसेंस, पासपोर्ट आदि मान्य होंगे. पंजीकरण काउंटर पर नोटिस भी लगा दिया गया है.
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पीके सिन्हा ने बताया कि कैंसर कई अन्य बीमारियों में सरकार सहायता राशि उपलब्ध करवाती है. वोटर आईडी अन्य दूसरे पहचान पत्र में काफी गड़बड़ी हाेती है. इस वजह से मरीजों को राशि उपलब्ध कराने में समस्या होती है. कभी-कभी मृतक के परिजनों को पॉलिसी का लाभ लेने या डेथ सर्टिफिकेट बनवाने में काफी परेशानी हाेती है.
उन्होंने कहा कि आधार कार्ड से इन समस्याओं से निजात मिलेगी. इस व्यवस्था से फर्जीवाड़े पर भी रोक लगेगी. अस्पताल के कर्मचारी कई बार जरूरी कागजात बनाने में आनाकानी करते हैं. आधार कार्ड से मरीज का लिंक होने से इस परेशानी से भी मुक्ति मिलेगी.
मालूम हो कि अस्पताल में करीब एक हजार मरीज प्रतिदिन आते हैं. अस्पताल काउंटर पर ही मरीज का आधार नंबर मांगा जाएगा. इसकी छायाप्रति भी ली जाएगी, ताकि उनका मेडिकल रिकार्ड सुरक्षित रखा जाए. आधार कार्ड से लिंक होते ही मरीज का सारा डिटेल उपलब्ध हो जाएगा. चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. पीके सिन्हा ने कहा कि अस्पताल में भी आधार कार्ड बनवाने की व्यवस्था होगी.
जाहिर है कि अस्पताल प्रशासन ने कुछ अच्छा सोचकर यह कदम उठाया है लेकिन इससे बहुतों को परेशानी भी होगी. जिनके पास अभी भी आधार नहीं है वो इलाज कैसे कराएंगे.