नई दिल्ली, 21 अक्टूबर : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 4-1 से जीतने के बाद विश्वास से भरी भारतीय टीम रविवार से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू हो रहे तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में अपना विजय अभियान जारी रखना चाहेगी।
वर्तमान भारतीय टीम के बल्लेबाजी और गेंदबाजी संयोजन में शानदार संतुलन है और सभी खिलाड़ियों ने जीत में योगदान दिया है। एक ईकाई के रूप में विराट कोहली की टीम का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है।
मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में तीन सत्र पहले भारत को इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका ने हराया था लेकिन उसके बाद से भारत ने अपनी सरजमीं पर लगातार तीन श्रृंखलायें जीती है । आस्ट्रेलिया से 2009-10 में हारने के बाद भारत 16 द्विपक्षीय मैचों में सिर्फ पाकिस्तान ( 2012 ) और दक्षिण अफ्रीका से हारा है। भारतीय कप्तान विराट कोहली इस समय सर्वश्रेष्ठ फार्म में हैं। वहीं, उपकप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 296 रन बनाये जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल थे।
अजिंक्य रहाणे ने चार अर्धशतक समेत 244 रन जोड़े जबकि हरफनमौला हार्दिक पंड्या ने 222 रन बनाये। महेंद्र सिंह धोनी ने भी उम्दा बल्लेबाजी की। यदि भारतीय टीम ने यही लय कायम रखी तो न्यूजीलैंड को वानखेड़े की पिच पर हराना मुश्किल नहीं होगा। बल्लेबाजों की ऐशगाह मानी जाने वाली इस पिच पर खूब रन बनने की उम्मीद है।
चाइनामैन कुलदीप यादव और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की अगुवाई में नये स्पिन आक्रमण ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इन दोनों का साथ देने के लिये बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल भी हैं । तेज गेंदबाजी का मोर्चा भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमरा संभालेंगे।
न्यूजीलैंड को शानदार फार्म में चल रही मेजबान टीम को हराने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। इससे पहले साल 2016 में न्यूजीलैंड की टीम ने भारत का दौरा किया था। उस समय भारत और न्यूजीलैंड के बीच 3 टेस्ट और 5 एकदिवसीय मुकाबले खेले गए थे। हालांकि न्यूजीलैंड की टीम को टेस्ट सीरीज में 3-0 और एकदिवसीय सीरीज में 3-2 से हार का सामना करना पड़ा था। इस बार न्यूजीलैंड की टीम हिसाब चुकता करने की कोशिश करेगी। (हि.स.)।