पटना, सनाउल हक़ चंचल-
नोटबंदी के बाद बैंकों में क्या-क्या हुआ इसकी परत अब लगातार खुल रही है. कई बैंकों में नोटबंदी के दौरान खूब पैसे एडजस्ट करने का खेल हुआ. इस दौरान कई नए खाते भी खुले. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नोटबंदी के दौरान बैंकों ने सबसे ज्यादा खाते खोले.
8 सरकारी बैंकों में दो माह में 1 करोड़ 23 लाख 21 हजार 528 खाते खोले गए. आरटीआई के तहत मिली जानकारी से यह खुलासा हुआ है. 20 सरकारी बैंकों से पिछले दो साल में हर माह खोले विभिन्न खातों की संख्या पूछी गई थी. 8 ने संख्या बताई. इनमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन बैंक,पंजाब नेशनल बैंक, सिंडिकेट बैंक और देना बैंक शामिल हैं.
करीब 200 पेज के दस्तावेजों से स्पष्ट है कि गत वर्ष नवंबर दिसंबर में बाकी महीनों की तुलना में सबसे ज्यादा जनधन, बचत चालू खोले खुले.
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स्टेट बैंक समेत कुछ बैंकों ने नहीं पूरी जानकारी नहीं दी . जिसमें केनराबैंक, एसबीआई, कॉर्पोरेशन बैंक, आईडीबीआई, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, यूनाइटेड बैंक, इलाहाबाद बैंक शामिल हैं.
इन बैंकों ने संसाधनों के अधिक उपयोग और समय की खपत का हवाला देकर मांगी गई जानकारी नहीं दी। आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और विजया बैंक ने अधूरी जानकारी दी। पंजाब एंड सिंध बैंक, यूको बैंक ने जवाब ही नहीं दिया.
ये रहा नोटेबंदी के आगे-पीछे खुले खाते की संख्या
जुलाई 4085283
अगस्त 5573556
सितंबर 4443344
अक्टूबर 3566588
नवंबर 3132557
दिसंबर 9188971