नोटबंदी का असर बरकरार, 1.16 लाख लोगों को आयकर का नोटिस
नई दिल्ली, 28 नवम्बर (हि.स.)। नोटबंदी को हुए भले ही एक साल से ज्यादा वक्त गुजर चुका हो, लेकिन नोटबंदी से मिले आंकड़ों पर सरकार का काम लगातार चल रहा है और अभी तक आयकर एवं अन्य टैक्स नहीं देने वालों पर टैक्स संबंधी एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। इस क्रम में आयकर विभाग ने 1 लाख 16 हजार व्यक्तियों एवं कंपनियों को नोटिस जारी कर इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने को कहा है। ये वो लोग- कंपनियां हैं, जिन्होंने नोटबंदी के दौरान अपने बैंक खातों में 25 लाख रुपये से ज्यादा की रकम जमा करवाई थी।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के मुताबिक नोटबंदी के बाद से आयकर विभाग देश के सभी बैंकों से लगातार संपर्क बनाए रखे हुए है| नोटबंदी के बाद से बैंकों से मिले आंकड़ों पर काम किया जा रहा है। नोटबंदी से मिले आंकड़ों पर विभिन्न चरणों में काम हो रहा है। इस चरण में आयकर विभाग ने बैंकों के आंकड़ों में से उन लोगों-कंपनियों को ढूंढ निकाला, जिन्होंने अपने बैंक खातों में 25 लाख या ज्यादा कीमत के पुराने 1000 रुपये और 500 रुपये के नोट जमा करवाए थे, लेकिन ऐसे लोगों- कंपनियों ने उस अनुपात में आयकर रिटर्न दाखिल नहीं किया था। आयकर विभाग की जांच में 1.16 लाख ऐसे लोग मिले, जिनके बैंक खातों में 25 लाख रुपये या ज्यादा की रकम नोटबंदी के बाद जमा करवाई गई थी। अब इन तमाम लोगों-कंपनियों को नोटिस जारी कर 30 दिन के अंदर आयकर रिटर्न जमा करने को कहा गया है।
केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली पहले ही कह चुके हैं कि नोटबंदी के बैंकों से जो आंकड़े मिले हैं, उनकी गहन जांच पड़ताल की जा रही है। इसके लिए अमेरिकी तकनीक ‘बिग डेटा’ की मदद ली जा रही है। आयकर विभाग की ये जांच चरणबद्ध तरीके से हो रही है। इसके पहले चरण में 18 लाख ऐसे लोगों की पहचान की गई थी, जिनके बैंक खातों में नोटबंदी के दौरान 4.70 लाख करोड़ रुपये जमा किए गए थे, लेकिन इन लोगों-कंपनियों ने कभी आयकर नहीं भरा था।