नारीवाद क्या है इसी बात को समझने के लिए आईआईएमसी में दो दिवसीय सेमिनार शुरू
नई दिल्ली, 27 जनवरी (हि.स.)। भारतीय परंपरा के दृष्टिकोण से नारीवाद क्या है इसी बात को समझने के लिए ‘द ग्रुप ऑफ इंटलेक्च्युअल एंड एकेडमिशियन’ (जीआईए), भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) और प्रज्ञा प्रवाह ने मिलकर भारतीय परंपरा में स्त्री-शक्ति विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन आईआईएमसी परिसर में किया है।
यह सेमिनार 27 और 28 जनवरी को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर (जेएनएयू कैंपस) स्थित आईआईएमसी में आयोजित किया जा रहा है। जीआईए की संयोजक मोनिका अरोड़ा ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि दुनिया में स्त्री विमर्श का बहुत बड़ा स्थान है। परिवार से लेकर राष्ट्रवाद तक हर मुद्दा महिलाओं का मुद्दा है। महिलाओं का दखल अब हर जगह बढ़ रहा है लेकिन कुछ समय से हमारे यहां नारीवाद की बात पश्चिम के चश्मे से देख िकर किया जाता है, भारतीय परंपरा के हिसाब से नहीं। इसी विषय पर ये सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें अलग-अलग सत्रों में बौद्धिक जगत से जुड़े लोग इस विषय पर अपने-अपने विचार रखेंगे।