नर्मदा सेवा यात्रा ने 23वें दिन तक लिया जन-आंदोलन का रूप
भोपाल, 02 जनवरी = ‘नमामि देवि नर्मदे”-सेवा यात्रा सोमवार को 23वें दिन आठवें पड़ाव में बरगी से रवाना होकर नरसिंहपुर पहुँची। मण्डला और जबलपुर में नर्मदा सेवा यात्रा को समाज के प्रत्येक वर्ग का समर्थन मिला। जबलपुर, मण्डला के यात्रा प्रभारी महामण्डलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद और जबलपुर कलेक्टर महेश चौधरी ने नर्मदा सेवा यात्रा ध्वज और कलश लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह को सौंपा।
जबलपुर जिले के दक्षिण तट की सेवा यात्रा का ध्वज जब नरसिंहपुर जिले की सीमा पर सनेर नदी पर सौंपा गया तो यात्रा में चल रहे यात्रीगण, साधु-संत भावुक हो गये। नर्मदा सेवा यात्रा 11 दिसम्बर को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में शुरू हुई। यात्रा नर्मदा तटीय जिलों के 1100 ग्राम से होकर अपने उद्गम-स्थल अमरकंटक पहुँचेगी।
नरसिंहपुर में लोक निर्माण मंत्री रामपाल सिंह ने यात्रा की अगवानी करते हुए कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा ने जन-आंदोलन का रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी काम के लिये समाज इक_ा हो जाये, तो कठिन से कठिन काम को आसानी से पूरा किया जा सकता है। प्रदेशवासियों द्वारा नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये लिया गया संकल्प देश के लिये मिसाल बनेगा। नर्मदा सेवा यात्रा आज नये वर्ष के दूसरे दिन नरसिंहपुर जिले के ग्राम कुकलाह, खमरिया होकर झाँसी घाट पहुँचेगी। नर्मदा सेवा यात्रा में आज सांसद राव उदय प्रताप सिंह, सांसद प्रह्लाद पटेल, विधायक प्रतिभा सिंह, जालम सिंह पटेल, संजय शर्मा और स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि शामिल हुए।
नर्मदा सेवा यात्रा में नर्मदा नदी की स्वच्छता की बात तो की जा रही है, इसके साथ ही अनेक सामाजिक मुद्दे, जिनमें जैविक खेती, उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, गौ-संरक्षण और गौ-संवर्धन, नशामुक्ति, छायादार और फलदार पौधों के वृक्षारोपण को भी शामिल किया गया है। इन मुद्दों पर यात्रा के दौरान ग्रामवासियों की चौपाल लगाकर चर्चा की जा रही है। यात्रा जिन मार्गों से गुजर रही है, वहाँ महिलाओं और बालिकाओं के समूह रांगोली बनाकर यात्रा का अभिनंदन कर रहे हैं। यात्रा के साथ चल रहे प्रबुद्धजन ग्रामीणों को नर्मदा को स्वच्छ रखने का संकल्प भी दिला रहे हैं। नर्मदा सेवा यात्रा को लोक-नृत्य एवं लोक-भजनों से भी समर्थन दिया जा रहा है।