नयी डीपी प्लान के विरोध में बंद रहा पालघर .
KBN10 News :=पालघर नयी डीपी प्लान के विरोध में सोमवार को पालघर बंद रहा . इस बंद के लिए पालघर के सभी पक्ष के नेताओं ने आह्वान किया था .
कई साल पहले नगररचना विभाग ने पालघर नगर परिषद की मद्दत से पालघर का विकास योजना का प्लान तैयार करके 2011 में पालघर नगरपरिषद में इस प्लान को मंजूरी के लिए भेजा था . लेकिन इस प्लान का शिवसेना के नगर सेवक कैलास महात्रे .व अन्य नगर सेवको ने इस प्लान को मंजूरी देने के बजाय यह कहते हुए इसका विरोध किया की यह जो डीपी प्लान तैयार किया गया है इस प्लान में केवल बिल्डरों को फायदा पहुचाने की कोशिश की गयी है और सभी आरक्षण किसानो की जमीन पर डाल दिया गया है . इस प्लान में किसानो के
साथ आन्याय हुआ है .साथ ही इस प्लान का स्थानिक बीजेपी नेता लक्ष्मी हजारी ने भी इसका विरोध किया था .लेकिन लोगो के लाख विरोध के बाद भी मार्च 2013में पालघर नगर परिषद ने इस प्लान को मंजूरी दे दिया जिसके बाद से पालघर के किसान इस प्लान का विरोध कर रहे . प्लान को लेकर लोगे के विरोध को देखते हुए उस समय इस क्षेत्र से बने कांग्रेस के बिधायक व मंत्री राजेन्द्र गावित ने इस प्लान को रद्द करने का कई बार किसानो को वादा किया था .लेकिन वह वादा ,वादा ही रह गया ,हालंकि किसानो के विरोध को देखते हुए नगर रचना विभाग के अधिकारियो ने पीड़ित किसानो से उनके कागजात के साथ लिखित शिकायत करने को कहा था . जिसके बाद इन अधिकारियो ने किसानो को बुला कर उनकी शिकायत के बारे में सुनवाई भी की उसका कुछ फायदा नहीं हुआ .
लेकिन इस मुद्दे को लेकर कुछ लोगो ने अपनी -अपनी राजनीतिक रोटिया जरुँर सेकने लगे . जिन्हें किसानो के इस मुद्दे से कुछ लेना देना नहीं था , लेकिन अपना राजनितिक कैरियर बनाने के लिए वह हमेशा किसानो का मशीहा बनने की कोशिश करते रहे . किसानो के साथ हो रही राजनीति के कारण किसानो की समस्या जैसे की तैसी बनी रह गयी.
2014 में बीजेपी की सरकार आने के बाद इन किसानो को इस सरकार से काफी उम्मीदे थी की यह सरकार उनके ऊपर हुए अन्याय को गंभीरता से कर उन्हें न्याय देगी लेकिन उनके उम्मीदों पर पानी फिर गया . अभी जल्द ही इस प्लान को सरकर लागू करने जा रही है . जिसे देखते हुए सभी पार्टियों ने पालघर को बंद करने का ऐलान किया और जगह -जगह पालघर बंद का बैनर भी लगाया गया . जिसके बाद सोमवार को पालघर बंद और किसानो ने पांचबत्ती से कलेक्टर ऑफिस पर मोर्चा निकाल कर एक बार फिर इस प्लान का विरोध किया . इस प्लान को लेकर किसानो के साथ हो रही राजनीति को देखते हुए किसानो को न्याय मिलता है क्या यह देखने वाली बात होगी . इस मोर्चे में पीड़ित किसानो के साथ बहुजन विकास आघाडी के पालघर तालुका अध्यक्ष प्रशांत पाटिल .एनसीपी के पूर्व नगर अध्यक्ष व पालघर तालुका अध्यक्ष सुभाष पाटिल ,पालघर के नगराध्यक्ष प्रियंका पाटिल ,नगर सेवक ,सेविका ,एनसीपी के पालघर शहर अध्यक्ष असलम मणियार ,सीपीएम के नेता बबलू त्रिवेदी,रोशन पाटिल व शिवसेना .एनसीपी .बविआ,कांग्रेस.अन्य सभी पार्टियों के स्थानिक नेता और कार्यकर्त्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे .