धर्मा पाटील की मौत पर विपक्ष की कड़ी प्रतिक्रिया, हत्या का मामला दर्ज करने की मांग
मुंबई, 29 जनवरी (हि.स.)। मंत्रालय में जहर पीने वाले किसान धर्मा पाटील की मौत की खबर से राज्य की सत्ता में साझीदार शिवसेना सहित विपक्ष ने सरकार के विरुद्ध जोरदार प्रतिक्रिया दी है। भाजपा को छोड़ सभी दलों ने इस मामले को हत्या की धारा के तहत दर्ज करने की मांग की है।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि धर्मा पाटील की मौत के लिए राज्य सरकार सीधे जिम्मेदार है और सरकार पर 302 का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। राऊत ने कहा कि मंत्रालय में इस तरह जहर पीकर किसान की मौत की घटना ने राज्य सरकार की छवि को धुमिल करने वाली घटना है। राज्य में विकास होना चाहिए , लेकिन किसानों की लाश पर विकास नहीं चाहिए। राकांपा नेता व सांसद सुप्रिया सुले ने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री की गलत नीतियों को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को इस घटना पर कम से कम लाज तो आनी ही चाहिए। किसान की आत्महत्या मंत्रालय में , वह भी मुख्यमंत्री के कार्यालय में हो रही है , जो बहुत ही निंदनीय है।
इस तरह की घटना इससे पहले राज्य में नहीं हुई थी, यह सब मुख्यमंत्री की गलत नीतियों और किसानों की ओर देखने के नजरिये की वजह से हुआ है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने इस घटना को बेहद सरकारी हत्या बताया है। उन्होंने कहा कि 84 साल के वृद्ध को न्याय न मिलने से मंत्रालय में आत्महत्या करनी पड़ रही है, यह राज्य के चिंताजनक ही है। उन्होंने भी इस मामले में राज्य सरकार पर हत्या का मामला दर्ज कि ए जाने की मांग की है। इसी तरह की प्रतिक्रिया विधानसभा के विपक्षी नेता राधाकृष्ण विखे पाटील, विधानपरिषद के विपक्षी नेता धनंजय मुंडे आदि ने भी दी है।