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दिल्ली और हरियाणा में अब पुराने वाहनों का नहीं होगा रजिस्ट्रेशन

चंडीगढ़, 15 नवम्बर : स्मॉग की समस्या से निपटने को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच बुधवार को साझा बैठक हुई। दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने समस्या से निपटने के लिए एक-दूसरे का सहयोग करने की बात कही। मुख्यमंत्री खट्टर ने बताया कि केएमपी के निर्माण में तेजी लाई जा रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा दिल्ली के बाहर से वाहनों का आवागमन रहे। आठ बिंदुओं पर मुख्यरूप से चर्चा हुई, जिसके तहत हरियाणा और दिल्ली में अब पुराने वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा और नए वाहन सीएनजी गैस पर चले इस पर भी विचार हुआ। इसके अलावा गुरुग्राम में बसों के नए बेड़े में शामिल होने वाली 500 बसें सीएनजी की होंगी। 

बैठक के बाद दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने संयुक्त पत्रकारवार्ता में यह जानकारी दी। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि सेटेलाइट के चित्रों से साबित हुआ है कि इस बार हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं काफी कम हुई है। इसके अलावा दोनो मुख्यमंत्रियों के बीच कुण्डली मानेसर के जल्द निर्माण को लेकर भी चर्चा हुई। केएमपी के निर्माण कार्य में तेजी लाने के साथ-साथ पानी के छिड़काव पर भी सहमति बनी, ताकि प्रदूषण न फैल सके। दिल्ली आश्रम से लेकर बदरपुर बोर्डर तक एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाने पर भी सहमति बनी। दिल्ली सरकार द्वारा वसूले जाने वाले ग्रीन टैक्स के आटोमेशन पर भी दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच आम राय बनी। 

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बुधवार की सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चंडीगढ़ पहुंचे और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि केजरीवाल ने मुलाकात के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री से भी आग्रह किया था, लेकिन उन्होंने मुलाकात करने से इंकार कर दिया था। 

मुख्यमंत्री खट्टर व केजरीवाल के बीच करीब डेढ़ घंटा चली बैठक में पराली जलाने, दिल्ली एनसीआर में बन रहे बाईपास व वाहनों के रजिस्ट्रेशन समेत आठ मुद्दों पर मुख्यरूप से चर्चा हुई। 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हवाओं पर किसी का कंट्रोल नहीं है और हम सबको मिलकर समस्या का समाधान निकालना पड़ेगा। मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि यह सांझा समस्या है और पिछले दो साल से एनसीआर में स्मॉग का प्रकोप बढ़ा है। पराली के सदुपयोग के लिए किसानों को आठ व नौ प्रकार के यंत्र भी उपलब्ध कराए गए हैं। (हि.स.)।

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