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दलाई लामा ने बुद्ध स्मृति पार्क में लगाया बोधि वृक्ष, कहा-बिहार से गुरू-शिष्य का नाता

पटना, 28 दिसम्बर =  दलाई लामा बुधवार को निजी वायुयान से पटना हवाई अड्डा पहुंचे। हवाई अड्डा पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। दलाई लामा ने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद एवं शुभकामनायें दी।

दलाई लामा ने बुद्ध स्मृति पार्क के पाटलिपुत्र करूणा स्तूप में जाकर पूजा-अर्चना की। बौद्ध भिक्षुओं ने इस अवसर पर सूत्रपाठ कर विश्व शांति, आपसी भाईचारा, प्रेम, सद्भाव के रिश्तों को मजबूत करने के लिये ईश्वर से प्रार्थना की। बाद में परम पावन दलाई लामा जी ने बुद्ध स्मृति पार्क में भगवान बुद्ध की भूमि स्पर्श मुद्रा की विशाल प्रतिमा के समक्ष पूजा की तथा पवित्र आनंद बोधि वृक्ष का वृक्षारोपण किया।
बुद्ध स्मृति पार्क में पत्रकारों से बातचीत करते हुये दलाई लामा ने कहा कि बौद्ध भिक्षु के रूप में बोधगया आना मेरे लिये गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि बुद्ध स्मृति पार्क का निर्माण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कराया है।

उन्होंने कहा कि दो हजार साल पूर्व का भगवान बुद्ध का संदेश आज भी जीवंत है। भगवान बुद्ध ने अहिंसा, महाकरूणा का संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि न सिर्फ प्रार्थना बल्कि ट्रेनिंग ऑफ माइंड भी आवश्यक है। भगवान बुद्ध का एक अनुयायी होने पर मुझे गर्व है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पर काफी अच्छा लगा है। बहुत सालों से हम अच्छे एवं नजदीकी मित्र हैं। इनकी उपस्थिति यहां मेरे लिये सराहनीय है।

दलाई लामा ने कहा कि अलग-अलग देशों में रहने वाले बौद्ध धर्मावलंबियों के बीच आपसी प्रेम का रिश्ता रहना चाहिये। भारत के संबंध में उन्होंने कहा कि भारत एक गुरू के समान है। हमारा सारा ज्ञान भारत से आता है। हम उसके शिष्य हैं। भारत से संबंध गुरू-शिष्य के समान है। उन्होंने कहा कि मैं भारत के लोगों से अपील करता हूं कि वे अपने इतिहास एवं दर्शन से सीखें। उन्होंने कहा कि आज वैज्ञानिक भी भारत के प्राचीन ज्ञान एवं दर्शन से सीख ले रहे हैं। परम पावन दलाई लामा ने कहा कि आज के दौर में लोगों के मन में काफी गुस्सा एवं तनाव है। इसे दूर करने के लिये ड्रग्स एवं शराब का इस्तेमाल करना अच्छी चीज नहीं है। ट्रेनिंग ऑफ माइंड से मानसिक तनाव एवं गुस्सा दूर किया जा सकता है।

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