दर्दनाशक दवाओं से हो सकती है दिल की बीमारी
-अधेड़ उम्र के लोगों पर किए गए अध्ययन में खुलासा
नई दिल्ली (ईएमएस)। शोधकर्ताओं ने दर्दनाशक (पेनकिलर) दवाओं का ज्यादा सेवन को लेकर चेताया है। एक अध्ययन में आगाह किया गया है कि नॉन-स्टेरॉयड एंटी-इंफ्लैमट्री ड्रग्स (एनएसएआइडी) के चलते हृदय संबंधी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार, अधेड़ उम्र के लोगों पर किए गए अध्ययन में पाया गया है कि एनएसएआइडी के उपयोग से आट्रियल फाइब्रिलेशन का खतरा 18 फीसद तक बढ़ सकता है। आट्रियल फाइब्रिलेशन में दिल की धड़कन अनियमित और अक्सर तेज हो जाती है।
इससे स्ट्रोक, हार्ट फेल और हृदय संबंधी दूसरी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। यह निष्कर्ष 57 हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला गया है।ताइवान के नेशनल हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ता हुई-जू साई ने कहा कि इस अध्ययन के निष्कर्षों से जाहिर होता है कि एनएसएआइडी दवाओं का उपयोग सावधानी के साथ किया जाना चाहिए।