डेढ़ साल से महिला पुलिस अधिकारी लापता
मुंबई, 15 नवंबर (हि.स.)। कलंबोली पुलिस स्टेशन की सहायक पुलिस निरीक्षक अश्विनी राजू गोरे पिछले डेढ़ साल से लापता हैं और पुलिस उनकी तलाश नहीं कर रही है। इस संवेदनशील मामले में अश्विनी के पिता खुद पुलिस महासंचालक से मिलकर अपनी बेटी के मामले में न्याय की गुहार लगाना चाहते हैं, लेकिन पुलिस महासंचालक की ओर से समय नहीं दिया गया है और उन्हें नईमुंबई के पुलिस आयुक्त से मिलने की सलाह एसएमएस पर दी गई है। यह जानकारी खुद गायब पुलिस अधिकारी के पिता जय कुमार गोरे ने बुधवार को मुंबई में पत्रकारों को दी है।
मिली जानकारी के अनुसार अश्विनी का विवाह राजू गोरे के साथ हुआ था। लेकिन पुलिस दल में भरती होने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग सांगली में हुई थी। वहां उनका मेलमोल वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अभय कुरुंदकर से हो गया था। इसके बाद अश्विनी की कोल्हापुर में हुई और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अभय कुरुंदकर का कोल्हापुर भी आना – जाना होते रहता था। बाद में अश्विनी का प्रमोशन हुआ और उनकी पोस्टिंग कलंबोली पुलिस स्टेशन में हो गई । लेकिन 15 अप्रैल 2016 से ही अश्विनी लापता हो गई हैं।
कलंबोली पुलिस स्टेशन में जब अश्विनी ने ड्युटी ज्वाईन नहीं किया तब पुलिस स्टेशन की ओर से उनके घर पर पत्र भेजा गया , जिससे उनके पिता जयकुमार को इस बाबत पता चल सका। जयकुमार ने इसके बाद इस मामले के बारे में पता करना शुरु किया तो अश्विनी के कंप्युटर में पुलिस निरीक्षक अभय कुरुंदकर से हुई बातचीत का ब्योरा हासिल हो सका। अभय व अश्विनी के वार्तालाप में कई बार वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अभय ने अश्विनी को जान से मारने की धमकी दी थी और उसके पति को मरवा देने की भी धमकी दी थी। इस मामले की शिकायत जयकुमार गोरे ने कलंबोली पुलिस स्टेशन में उसी समय की है और सारे सबूत भी दिए हैं,लेकिन इस मामले की जांच नहीं की जा रही है। इसलिए पूरे प्रकरण को लेकर जयकुमार गोरे का परिवार सदमे में है।