डिग्री काॅलेजों के विद्यार्थियों को मिलेगी पार्ट टाइम जाॅब
मेरठ, 03 फरवरी (हि.स.)। पढ़ाई के दौरान ही विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने पहल की है। इसके लिए सभी काॅलेजों में प्लेसमेंट सेल खोली जाएगी। इसके तहत पायलट प्रोजेक्ट के जरिए छोटे बच्चों को पढ़ाकर काॅलेजों के छात्र पार्ट टाइम जाॅब हासिल कर सकेंगे। इससे विद्यार्थियों में स्वावलंबन की भावना आएगी और भविष्य में चलकर वह रोजगार हासिल करने के तरीके सीख सकेंगे।
विदेशों में पढ़ाई के दौरान ही काॅलेजों के छात्र पार्ट टाइम जाॅब करके स्वावलंबन की सीढ़ी चढ़ना सीख जाते हैं, जबकि भारत में काॅलेजों और विवि से डिग्री हासिल करने के बाद विद्यार्थी नौकरी ढूंढने के लिए निकलते हैं। भारतीय छात्र-छात्राओं को भी पढ़ाई के दौरान रोजगार हासिल करने के गुर सिखाने के लिए प्रदेश सरकार ने पहल की है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहले डिग्री काॅलेजों में प्लेसमेंट सेल खोली जा रही है। इससे विद्यार्थी अपनी पढ़ाई जारी रखने के साथ-साथ पार्ट टाइम जाॅब भी कर सकेंगे।
छोटे बच्चों को पढ़ाने का मिलेगा मौका
प्लेसमेंट के पहले चरण में विद्यार्थियों को छोटे बच्चों को पढ़ाने का मौका मिलेगा। इससे उनका पढ़ाई का खर्च भी चल सकेगा। इस कार्य में काॅलेजों की प्लेसमेंट सेल पार्ट टाइम जाॅब करने के इच्छुक विद्यार्थियों की मदद करेंगे। इस योजना का मकसद उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को बेहतर प्लेसमेंट उपलब्ध कराना है।
अधिकांश काॅलेजों में निष्क्रिय है प्लेसमेंट सेल
मेरठ और सहारनपुर मंडल में लगभग 1000 डिग्री और पीजी काॅलेजों में अधिकांश में प्लेसमेंट सेल पहले से ही बनी है लेकिन वह पूरी तरह से निष्क्रिय है। सबसे ज्यादा खराब हालत राजकीय और एडेड काॅलेजों की है। यहां पर नाममात्र के लिए प्लेसमेंट सेल है। जबकि निजी काॅलेजों की प्लेसमेंट सेल भी काम नहीं कर रही। जहां प्लेसमेंट सेल काम भी कर रही है, वहां पर विद्यार्थियों को नौकरी के
अवसरों के नाम पुख्ता जानकारी नहीं दी जा रही।
सहारनपुर और मेरठ मंडल के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डाॅ. राजीव गुप्ता ने बताया कि सभी काॅलेजों के प्राचार्यों को अपने यहां प्लेसमेंट सेल खोलने के निर्देश दिए गए हैं। काॅलेजों में हर कक्षा के पार्ट टाइम जाॅब करने के इच्छुक छात्रों की सूची तैयार की जाएगी। इसके लिए उनके अभिभावकों की राय भी ली जाएगी। पहले चरण में छोटे बच्चों को पढ़ाने का अवसर दिया जाएगा।
मोबाइल ऐप से जोड़े जाएंगे काॅलेज
चौधरी चरण सिंह विवि ने काॅलेजों को डिजिटल बनाने के लिए उन्हें मोबाइल ऐप से जोड़ने की योजना तैयार की है। विवि के सहायक प्रेस प्रवक्ता डाॅ प्रशांत जिंदल ने बताया कि प्राॅलेज के नाम से एक ऐप बनेगा और इसे विवि के ऐप से जोड़ा जाएगा। इसमें फीस जमा करने से लेकर उपस्थिति दर्ज करने तक की जानकारी होगी। पहले चरण में विवि से संबद्ध राजकीय और एडेड काॅलेजों को इस योजना से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि मोबाइल ऐप के माध्यम से छात्र-छात्राओं को आॅनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की सुविधा मिलेगी। साथ ही आॅनलाइन फीस देने, नोट्स एक्सचेंज करने, रिजल्ट देखने आदि की सुविधा मिलेगी। मोबाइल ऐप से विवि की वेबसाइट को भी लिंक किया जाएगा।