डर के साये में काम करने को मजबूर फायर विभाग के अधिकारी
(सुशिल सिंह = मऊ) भीषण गर्मी और चल रही पछुआ हवाओ के बीच छोटी सी भी चिंगारी लोगो का आशियाना एवं किसानो की फसल को बर्बाद कर दे रही है, आग से बचाव के लिए कहने को तो अग्निशमन विभाग है लेकिन यह खुद अव्यवस्थाओ से जूझ रहा है | आलम यह है कि मऊ का फायर स्टेशन जर्जर अवस्था में है और विभाग के कर्मचारी इसी कार्यालय में बैठकर कार्य करते है लेकिन कभी भी ये फायर स्टेशन गिर सकता है .
ऐसे में विभाग के कर्मचारी डर -डर के जी रहे है . इसमें तीन बैरक भी है और उसकी हालत तो बद से बत्तर है, और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन विभाग के उच्चाधिकारी इस मामले में मौन है | इस मामले में जब हमने पड़ताल की तो पता चला कि फायर स्टेशन के नोडल अधिकारी कई सालो से अपने विभाग को पत्र लिख रहे है लेकिन अब तक कोई कार्यवाई नही हुई | इससे साफ तौर पर अंदाज़ा लग सकता है कि फायर विभाग मुख्यालय अपने ही कर्मचारियों की सुध लेने को तैयार नही है |
इस मामले में जब हमने फायर विभाग के नोडल अधिकारी से बात की तो उनका कहना था की ये स्टेशन जर्जर अवस्था में है और कभी भी गिर सकता है. इतना ही नही हम लोगो को भी इस कार्यालय में डर लगता है कि कही यह हम पर ही ना गिर जाए . इस मामले में सालो से पत्र लिखा जा रहा है लेकिन अभी तक कोई आश्वासन नही मिला है .बजट के आभाव में यह जर्जर अवस्था में है |