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जेपी सेंटर पर योगी की नजरें हुईं टेढ़ी, मांगी रिपोर्ट

लखनऊ, 11 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी लखनऊ के 1090 चौराहे से बांयी ओर दिखने वाली बिल्डिंग जेपी सेंटर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रश्न उठाया है और अधिकारियों को जनता के हित में कार्य करने की हिदायत दी है। योगी ने दोनों मंत्रियों चिकित्सा शिक्षा मंत्री और प्रावधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन एवं राज्यमंत्री सुरेश पासी को जेपी सेंटर पर खर्च हुए धन का निरीक्षण करने का कार्य सौंपा है।
जानकारी हो कि शहर के बीचोंबीच करोड़ों की लागत से तैयार हो रहे जेपी सेंटर की बहुत सारी खूबियां है और नीचे से ऊपर देखने पर यह सेंटर एक विशालकाय पर्वत की भांति नजर आता है।

जेपी सेंटर में दो हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था, रेस्टोरेंट, सौ लोगों की तैराकी के लिए भूमितल पर स्वीमिंग पूल, भवन के छत पर एक विशाल स्वीमिंग पूल, विभिन्न खेलों के लिए वीआईपी स्थान के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय विषयों को पढ़ने समझने के लिए नेट सिस्टम और कम्प्यूटर सिस्टमों का जाल इत्यादि सुविधाएं उपलब्ध है। इसमें अभी तक 800 करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च किये गये है।

पिछले दिनों हुए आवास-विकास विभाग की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने विभागीय अधिकारियों ने जेपी सेंटर की खुबियां गिनानी शुरू की तो मुख्यमंत्री ने मौन धारण कर लिया। कुछ देर जेपी सेंटर की खुबियों को सुनने बाद उन्होंने अधिकारियों को जनता के हित में बनने वाली योजनाओं पर कार्य करने की हिदायत दी। मुख्यमंत्री ने दो मंत्रियों सुरेश पासी और आशुतोष टण्डन को पूरे खर्च की निगरानी रिपोर्ट तैयार कर देने को कहा है।

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों के अधिकारियों को जनता के लिए दिन रात काम करने को कहा है। इसके बाद उत्तर प्रदेश के अधिकारीगण ज्यादा समय योजनाओं के क्रियान्वयन में दे रहे है।

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