जीवीके ग्रुप ने जेवर एयरपोर्ट और पावर सेक्टर में निवेश की जतायी इच्छा
हैदराबाद/लखनऊ, 19 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल आज सूबे के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के नेतृत्व में उद्यमियों एवं निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए हैदराबाद पहुंचा जहां होटल आई.टी.सी. काकतीय में रोड शो के जरिए उत्तर प्रदेश में निवेश किये जाने का आह्वान किया।
हैदराबाद में उत्तर प्रदेश सरकार की निवेश आमंत्रण की कोशिश रंग लाती दिखी जब जी.वी.के. ग्रुप के मालिक प्रसन्ना रेड्डी ने मंच से ही प्रदेश में निवेश की इच्छा जाहिर की तथा हैदराबाद के निवेशकों के मध्य उत्तर प्रदेश के प्रति बढ़ते विश्वास को व्यक्त किया। उन्होंने उ.प्र. में नये विकसित किए जा रहे हवाई अड्डों विशेषकर जेवर एयरपोर्ट में निवेश करने की अपनी इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जी.वी.के. ग्रुप द्वारा मुम्बई एवं बंगलुरू हवाई हड्डों का निर्माण पूर्व में किया जा चुका है और इस ग्रुप को नवी मुम्बई में एक अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य सौपा गया है।
उन्होंने बताया कि वे पहले से ही उत्तर प्रदेश में कार्य कर रहे हैं तथा इंफ्रास्ट्रक्चर एवं बिजली के क्षेत्र मे निवेश करने के इच्छुक हैं। जिन 14 राज्यों में वह काम कर रहे हैं उनमें उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था मौजूदा समय में उत्तम है। इतना ही नहीं, सी.आई.आई. हैदराबाद के अध्यक्ष तथा पूजो लानो ग्रुप के मालिक अभिजीत पाई ने सभी मौजूद निवेशको को बदले हुए माहोल एवं नीतियों के प्रति आश्वस्त किया ।
पांच सालों में 02 लाख रोजगार सृजित करने का संकल्प
औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने उत्तर प्रदेश की नई सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्टअप नीति के अंतर्गत निवेशकों को उपलब्ध कराई जाने वाली रियायतों एवं सुविधाओं की जानकारी देते हुए उनसे उत्तर प्रदेश में निवेश का आह्वान किया। महाना ने उत्तर प्रदेश इन्वेस्टर समिट के अंतर्गत आयोजित तीसरे रोड शो में कहा कि राज्य सरकार ने अगले 5 वर्षों में 05 लाख करोड़ रुपये का निवेश सुनिश्चित कराते हुए 20 लाख रोजगार के अवसर सृजित करने का संकल्प किया है। इसके पूर्व नई दिल्ली और बंगलुरू में समिट के अंतर्गत रोड शो का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है। मुंबई के रोड शो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिरकत करेंगे।
चयनित स्टार्टअप को राज्य सरकार करेगी पुरस्कृत
अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, डॉ. अनूप चंद्र पाण्डेय ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं स्टार्ट अप नीति के अंतर्गत चयनित स्टार्टअप को राज्य सरकार पुरस्कृत करेगी साथ ही, उनकी समस्याओं का समयबद्ध समाधान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त स्टार्ट अप को राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रतिभाग आयोजन के लिए 50000 रुपये की प्रायोजन सहायता दी जाएगी।
पाण्डेय ने बताया कि नए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम प्रोत्साहन नीति के तहत उद्यमियों को बैंकेबुल प्रोग्राम बनाने के लिए विशेषज्ञों की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी तथा प्रोजेक्ट रिपोर्ट के सापेक्ष वित्तपोषण होने की दशा में ऋण राशि का 2 प्रतिशत शुल्क या वास्तविक धनराशि जो भी कम हो सामान्य वर्ग के लिए 01 लाख रुपये तथा महिला, अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए डेढ़ लाख रूपये का भुगतान विभाग द्वारा किया जाएगा।
स्टार्टअप कार्पस फण्ड की सीमा 1000 करोड़ रुपए
अपर मुख्य सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स संजीव सरन ने बताया कि स्टार्टअप नीति के अंतर्गत सूचना प्रौद्योगिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी जनित इकाइयों द्वारा किराए या पट्टे पर ली गई भूमि के लीज या रेंटल में 20 लाख रुपए प्रति वर्ष की अधिकतम सीमा सहित लीज रेंटल 4 प्रतिशत के 50 प्रतिशत के समतुल्य प्रतिपूर्ति, बिजली के बिलों में 50 प्रतिशत उपादान, जिसकी सीमा अधिकतम 50 लाख होगी, को स्वीकार किया गया है।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप कार्पस फण्ड की सीमा सौ करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1000 करोड़ रुपए कर दी गई है। सूक्ष्म एवं लघु उद्यम प्रोत्साहन नीति के अन्तर्गत निवेशकों द्वारा स्थापित की जाने वाली औद्योगिक इकाइयों को स्टांप शुल्क में छूट दी जाएगी। दस्तकारों को तथा पारंपरिक उद्यमियों के पारंपरिक उद्योगों के विकास के लिए बैंक द्वारा ऋण उपलब्ध कराने में सहायता की जाएगी। इसके अतिरिक्त इकाई प्रारंभ होने की तिथि के 5 वर्ष तक नियोक्ता को ईपीएफ अंशदान की शत प्रतिशत प्रतिपूर्ति राज्य सरकार करेगी।
उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर प्रेजेंटेशन
रोड शो में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, डॉ. अनूप चंद्र पाण्डेय ने उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर प्रेजेंटेशन दिया। रोड शो में आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स, विनिर्माण, फाइनेंस, एग्री बिजनेस, डेयरी, चिकित्सा, फार्मा, फूड प्रोडक्ट, सीड्स आदि से जुड़े उद्योगों के उद्योगपतियों व उनके अधिकारी शामिल थे। इस अवसर पर लगभग 60 से अधिक अग्रणी उद्योगों के साथ साथ पृथक पृथक बैठक करके प्रदेश के निवेश को बढ़ाने के लिए विस्तार से चर्चा की गई, जिसके तहत इंवेस्टर्स समिट के दौरान उनसे अनुबंध हस्ताक्षरित किया जाएगा।