जिंदा नवजात को मृत घोषित करने वाले मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द
नई दिल्ली, 8 दिसंबर : दिल्ली स्थित शालीमार बाग के मैक्स हॉस्पिटल के खिलाफ दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। जीवित नवजात को मृत घोषित करने और सील करके परिजनों को सौंपने के मामले में सरकार ने मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि अस्पताल को आपराधिक लापरवाही का दोषी पाया गया है। हॉस्पिटल की यह पहली गलती नहीं है। ऐसा करना उसकी आदतों में शुमार है। लिहाजा मैक्स हॉस्पिटल का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है। उन्होंने कहा कि नवजात शिशु की मौत मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि मैक्स अस्पताल ने जीवित बच्चों को मृत घोषित कर दिया था और शव को कपड़े में बांधकर परिजनों को सौंप दिया था। फिर परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया था। मामला मेडिकल की लीगल सेल को फॉरवर्ड कर दिया गया था। बाद में परिजनों ने हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया।
इस बीच मैक्स अस्पताल ने कहा है कि दोनों बच्चों का जन्म 30 नवंबर 2017 को हुआ था। जन्म के समय बच्चों की उम्र 22 सप्ताह थी। हम इस दुर्लभ घटना से सदमे में हैं। हमने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, बच्चे को मृत घोषित करने वाले डॉक्टर को तत्काल छुट्टी पर जाने के लिए कह दिया गया है।
मणिशंकर अय्यर पाकिस्तान में मेरी सुपारी देने गए थे: पीएम मोदी
हालांकि परिवार वालों ने बताया था कि डिलीवरी के साथ ही एक बच्ची की मौत हो गई थी। डॉक्टरों ने दूसरे जीवित बचे बच्चे का इलाज शुरू कर दिया था, लेकिन एक घंटे बाद अस्पताल ने दूसरे बच्चे को भी मृत घोषित कर दिया था।इसके बाद अस्पताल ने दोनों बच्चों की डेड बॉडी को प्लास्टिक में पैक करके परिजनों को सौंप दिया। दोनों बच्चों की डेड बॉडी लेकर परिजन लौट रहे थे. दोनों पार्सलों को महिला के पिता ने ले रखा था। रास्ते में उन्हें एक पार्सल में हलचल महसूस हुई, उन्होंने तुरंत उस पार्सल को फाड़ा, तो अंदर बच्चा जीवित मिला, इसके बाद उसको अग्रवाल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री जैन ने कहा कि पिछले महीने उन्होंने मैक्स शालीमार अस्पताल को ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) श्रेणी के तहत मरीजों के उपचार में समस्याओं के लिए नोटिस जारी किया था। उन्होंने कहा कि इसके अस्पताल खास अवधि के लिए आवंटित अतिरिक्त बेड का उपयोग जारी रखे हुए था, जबकि उसके उपयोग की समय सीमा समाप्त हो चुकी थी।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में मैक्स हॉस्पिटल में एक महिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। इनमें एक लड़का था और दूसरी लड़की। (हि.स.)।